पाकुड़: जिले में आस्था के महापर्व छठ की तैयारी जोरों पर है. इधर, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से नदियों और तालाबों के किनारे छठ महापर्व के आयोजन पर लगाए गए रोक को लेकर जारी फरमान के खिलाफ श्रद्धालु सहित भाजपा, सत्य सनातन संस्था और राष्ट्रीय नारायणी सेना ने मोर्चा खोल दिया है.
सरकार की ओर से जारी आदेश वापस लेने की मांग
पाकुड़ में आस्था के महापर्व छठ को लेकर श्रद्धालु छठव्रती के अलावा छठ पूजा समिति तैयारी में जुटे हुए हैं. छठ घाटों की सफाई पूजा समितियों की ओर से जोर-शोर से करायी जा रही है. जिले के दर्जनों तालाबों और नदियों पर छठ घाट का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. इधर, सरकार की ओर से जारी निर्देश के खिलाफ मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने कालीभषाण पोखर में जल सत्याग्रह किया. नगर परिषद अध्यक्ष संपा साहा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने घंटों तालाब में खड़ा होकर झारखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और आपदा प्रबंधन विभाग के जारी आदेशों को वापस लेने की मांग की.
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हिंदुओं के आस्था के साथ मजाक कर ही हेमंत सरकार
इस दौरान भाजपा नेताओं ने कहा कि अगर सरकार इस तुगलकी फरमान को वापस नहीं लेती है तो, पार्टी सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी. नेताओं ने कहा कि दुमका और बेरमो में हुए चुनाव के दौरान सभाओं में उमड़ी भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का कोई ख्याल नहीं रखा गया, लेकिन जब हिंदुओं के पर्व की बात सामने आई तो सरकार को कोरोना संक्रमण के फैलने का डर सताने लगा. इससे साफ प्रतीत होता है कि हेमंत सरकार हिंदुओं के पर्व के साथ मजाक कर रही है.