पाकुड़: ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन शाखा का द्विवार्षिक सम्मेलन का आयोजन रेलवे क्लब में किया गया. आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष संजय ओझा ने की. इस सम्मेलन में मुख्य रूप से यूनियन के केंद्रीय संगठन सचिव सुकुमार पांडेय मौजूद थे.
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केंद्र की गलत नीतियों पर चर्चा
दरअसल, द्विवार्षिक सम्मेलन में केंद्र की गलत नीतियों पर चर्चा की गई और रेल के निजीकरण का जमकर विरोध किया गया. केंद्रीय संगठन सचिव सुकुमार पांडेय ने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार देश की संपत्ति का निजीकरण कर रही है, इससे आने वाले समय में देश के लोगों को ही दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
संगठन सचिव ने क्या कहा
संगठन सचिव ने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे का भी निजीकरण कर रही है. जिसे ईआरएमयु बर्दास्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि रेल निजीकरण के खिलाफ यूनियन जबरदस्त आंदोनल करेगा. उन्होंने कहा कि आज देश में रेलवे ट्रैक की तुलना में एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेन, मालगाड़ियों की संख्या चार गुना बढ़ गई है लेकिन रेल कर्मियों की बहाली नहीं की गई और आज देश में रेल कर्मियों की संख्या 16 लाख से घटकर 12 लाख रह गई है. संगठन सचिव ने कहा कि वर्तमान केंद्र की सरकार मजदूर विरोधी है और ये सिर्फ पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है.
नई कार्यकारिणी समिति की घोषणा
सम्मेलन के बाद नई कार्यकारिणी समिति की घोषणा की गई. जिसमें अखिलेश कुमार चौबे को अध्यक्ष, कलीम अंसारी कार्यकारी अध्यक्ष, सुधीर कुमार व अरुण कुमार साहा उपाध्यक्ष, संजय कुमार ओझा शाखा सचिव, अमर कुमार संगठन सचिव, गुंजन कुमार कोषाध्यक्ष चुने गए.