पाकुड़: कोरोना संक्रमण को लेकर झारखंड सरकार (Jharkhand Government) के ओर से जारी गाइडलाइन के तहत इस बार सावन में श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम (Baba Baidyanath Dham) और बासुकीनाथ मंदिर (Basukinath Temple) में पूजा अर्चना नहीं कर पाएंगे. सरकार ने देवघर और दुमका जिले के प्रसिद्ध इन शिवालयों में जलाभिषेक और पूजा अर्चना पर रोक लगा दी है.
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मंगलवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महेशपुर कार्यालय का निरीक्षण करने संताल परगना प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक सुदर्शन मंडल पहुंचे थे. डीआईजी ने अपराध नियंत्रण को लेकर की गई कार्रवाई की जानकारी ली और कमियों में सुधार लाने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक मणिलाल मंडल भी मौजूद रहे. निरीक्षण के बाद डीआईजी ने पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान ही उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि 'विधि व्यवस्था बनी रहे और कोविड गाइडलाइन का अनुपालन हो, इसलिए श्रद्धालु इन दोनों प्रसिद्ध मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए न आएं'.
डीआईजी की लोगों से अपील
डीआईजी ने पत्रकारों को बताया कि सरकार के लिए गए इस फैसले का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं. डीआइजी ने श्रद्धालुओं से सरकार के निर्देश को अमल करते हुए प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है. डीआईजी ने खासकर झारखंड के अलावा पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल और बिहार के लोगों से इन दोनों मंदिरों में पूजा अर्चना करने नहीं आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में भीड़ बढ़ने से कोरोना की स्थिति भयावह हो सकती है.
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श्रावणी मेला के आयोजन पर रोक
सावन के महीने में सुल्तानगंज से देवघर के बीच की कांवर यात्रा और श्रावणी मेला का आयोजन लगातार दूसरे साल भी नहीं हो पाएगा. पिछले साल भी कोरोना के कारण कांवर यात्रा और श्रावणी मेला का आयोजन नहीं हो पाया था. कोरोना गाइडलाइंस के तहत इस बार भी राज्य सरकार मंदिरों में आमलोगों की पूजा अर्चना और मेला पर रोक लगा दी गई है.