पाकुड़: कोरोना महामारी को लेकर सभी लोग सहमे हुए हैं. इसलिए जरूरी कामकाज के लिए बाहर निकलने पर लोग मास्क और सेनेटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं, जिले में खासकर सरकारी दफ्तरों में कोरोना को लेकर ज्यादा सावधानी बरती जा रही है.
बता दें कि समाहरणालय सहित अन्य सरकारी कार्यालयों में थर्मल स्कैनिंग के बाद ही अंदर जाने की इजाजत सरकारी सेवकों के साथ अन्य आम लोगों को दी जा रही है. जिले में दर्जनों बैंक की शाखाएं, सार्वजनिक स्थल और हाट बाजार हैं जहां थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था नहीं है और लोग प्रतिदिन लॉकडाउन के दौरान सामानों की खरीदारी करने के साथ पैसे की निकासी करने पहुंच रहे हैं, सिर्फ मास्क और सेनेटाइजर के भरोसे. जिले के हजारों लोग प्रतिदिन जरूरी काम से घरों से निकलकर बाजारों में पहुंच रहे हैं जिनकी थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था न तो स्वास्थ्य विभाग और न ही प्रशासन ने अब तक की है.
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सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान का कहना है कि जिले के मुख्य स्थानों सहित समाहरणालय और प्रखंड कार्यालयों सहित कई दफ्तरों में थर्मल स्कैनिंग की जा रही है और सेनेटाइजर भी इस्तमाल किया जा रहा है. बता दें कि कोरोना वायरस से बचाव औऱ रोकथाम को लेकर सभी सरकारी कार्यालयों में कर्मियों की आवाजाही बंद हो गई थी और सरकार के निर्देश पर 20 अप्रैल से सरकारी कार्यालयों के कर्मी ड्यूटी पर आने लगे है. हालांकि वर्तमान समय में लॉकडाउन रहने की वजह से सरकारी दफ्तरों में आम लोगो की आवाजाही नहीं के बराबर है.