पाकुड़: काम दिलाने का झांसा देकर नाबालिग बच्चियों को दिल्ली ले जाकर बेचने का एक मामला सामने आया है. जीआरपी की सक्रियता एवं सुझबुझ की वजह से पांच नाबालिग बच्चियां दलालों के चंगुल से मुक्त हुई हैं. सभी बच्चियां 12 से 13 साल की हैं. मुक्त करायी गयी पाकुड़ जिले की दो एवं साहेबगंज की तीन लड़कियों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
नाबालिग बच्चियों को विक्रमशीला एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली ले जाया जा रहा था. भागलपुर रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे जीआरपी के जवानों की इन बच्चियों पर नजर पड़ी और संदेह होने पर जब पूछताछ शुरू हुई तो उन्हे काम दिलाने के बहाने दिल्ली ले जाने का मामला सामने आया.
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भागलपुर जीआरपी के जवानों ने सभी नाबालिग बच्चियों को जनलोक कल्याण परिषद द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन कोलब सेंटर के हवाले किया. चाइल्ड लाइन कोलब सेंटर ने इन बच्चियों को बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया और आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हे उनके परिजनों को सौंप दिया गया. पूछताछ के दौरान यह भी खुलासा हुआ है कि पाकुड़ एवं साहेबगंज की पांच बच्चियों को सद्दाम हुसैन नामक दलाल ट्रेन से दिल्ली ले जा रहा था.