ETV Bharat / state

जब सरकार ने नहीं सुनी गुहार, तो खुद उठा ली कुदाल, बना डाली 2 किमी लंबी सड़क - लोहरदगा में सड़क निर्माण कार्य

लोहरदगा जिले के किस्को प्रखंड अंतर्गत अरेया पंचायत अंतर्गत चरहु गांव के ग्रामीणों ने श्रमदान करते हुए 2 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया है. इस मिट्टी मौरम पथ के निर्माण से ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा होगी. यह सड़क 2 पंचायतों को जोड़ती थी, पिछले कई दशक से इसकी हालत काफी खराब थी.

villagers made road on their own in lohardaga, जब सरकार ने नहीं सुनी गुहार तो खुद उठा ली कुदाल
सड़क निर्माण करते ग्रामीण
author img

By

Published : Sep 10, 2020, 4:38 PM IST

लोहरदगा: जिले के किस्को प्रखंड अंतर्गत अरेया पंचायत अंतर्गत चरहु गांव के ग्रामीणों ने श्रमदान से 2 किलोमीटर कच्चे सड़क का निर्माण किया है. स्थानीय ग्रामीणों ने चरहु नदी से बाजार डांडू नदी तक 2 किलोमीटर सड़क बनाई है. सड़क में मिट्टी मौरम डालकर सड़क का निर्माण किया गया है.

देखें पूरी खबर

और पढ़ें- एलएसी पर तनाव के बीच भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की आज बैठक

बच्चों को स्कूल जाने में भी होती थी परेशानी

पिछले कई सालों से सड़क की खराब हालत के चलते ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही थी. कई बार जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई, प्रशासन का भी ध्यान आकृष्ट कराया, परंतु स्थिति में सुधार नहीं हुआ. सड़क की खराब हालत के कारण बच्चों को स्कूल आने-जाने में, किसानों को अपनी सब्जियां बाजार तक पहुंचाने में परेशानी झेलनी पड़ रही थी.

थक हारकर ग्रामीणों ने खुद ही सड़क के निर्माण का फैसला लिया. सभी ने मिलकर 2 किलोमीटर कच्ची सड़क का निर्माण श्रमदान से कर डाला. दो पंचायतों को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण करने में ग्रामीणों को लगभग 4 घंटे का समय लगा. अब ग्रामीणों को आवागमन में काफी सुविधा मिल सकेगी. पिछले कई दशकों से सड़क न होने से ग्रामीण परेशान थे. कोई उनकी गुहार सुनने को तैयार नहीं था.

लोहरदगा: जिले के किस्को प्रखंड अंतर्गत अरेया पंचायत अंतर्गत चरहु गांव के ग्रामीणों ने श्रमदान से 2 किलोमीटर कच्चे सड़क का निर्माण किया है. स्थानीय ग्रामीणों ने चरहु नदी से बाजार डांडू नदी तक 2 किलोमीटर सड़क बनाई है. सड़क में मिट्टी मौरम डालकर सड़क का निर्माण किया गया है.

देखें पूरी खबर

और पढ़ें- एलएसी पर तनाव के बीच भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की आज बैठक

बच्चों को स्कूल जाने में भी होती थी परेशानी

पिछले कई सालों से सड़क की खराब हालत के चलते ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही थी. कई बार जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई, प्रशासन का भी ध्यान आकृष्ट कराया, परंतु स्थिति में सुधार नहीं हुआ. सड़क की खराब हालत के कारण बच्चों को स्कूल आने-जाने में, किसानों को अपनी सब्जियां बाजार तक पहुंचाने में परेशानी झेलनी पड़ रही थी.

थक हारकर ग्रामीणों ने खुद ही सड़क के निर्माण का फैसला लिया. सभी ने मिलकर 2 किलोमीटर कच्ची सड़क का निर्माण श्रमदान से कर डाला. दो पंचायतों को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण करने में ग्रामीणों को लगभग 4 घंटे का समय लगा. अब ग्रामीणों को आवागमन में काफी सुविधा मिल सकेगी. पिछले कई दशकों से सड़क न होने से ग्रामीण परेशान थे. कोई उनकी गुहार सुनने को तैयार नहीं था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.