लोहरदगा: जिले के सदर थाना अंतर्गत नदिया करचा टोली गांव में दो परिवारों ने ईसाई धर्म से सरना धर्म में वापसी की है. सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में पाहन और पुजार द्वारा पारंपरिक रूप से अनुष्ठान संपन्न कराते हुए दोनों परिवारों को वापस सरना धर्म में स्वीकार किया गया है.
तीन साल पहले किया था धर्म परिवर्तन
ग्रामीणों ने इससे पहले बैठक करते हुए दोनों परिवारों को समाज में वापस शामिल करने का निर्णय लिया था. बताया जा रहा है कि गांव के दोनों परिवार तीन साल पहले किसी धर्म गुरु के कहने पर ईसाई धर्म में शामिल हो गए थे.
गरीबी और परेशानी थी वजह
वहीं, दोनों ही परिवार मजदूर हैं और मजदूरी कर अपने परिवार का गुजारा करते हैं. गरीबी और परेशानियों की वजह से दोनों ने ईसाई धर्म स्वीकार किया था. बाद में जब उनकी समस्याओं का हल नहीं हुआ तो वो वापस सरना धर्म में वापस लौटना चाहते थे.
ये भी पढ़ें- प्रदीप यादव के बचाव में उतरा JVM, महिला पर ही उठाए सवाल
सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे
इस बात को लेकर दोनों परिवारों ने गांव के लोगों से अपनी बात साझा की. जिसके बाद गांव में बैठक हुई और बैठक के बाद दोनों परिवारों को वापस सरना धर्म में लेने पर सहमति बनाई गई. इस दौरान अनुष्ठान में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.