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BJP की राह चले सुखदेव भगत, कहा- उनके संस्कारों को अपनाना मेरा उद्देश्य - बीजेपी के संस्कारों को अपनाना है,

कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत ने साफ कर दिया कि वे आज बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने का उद्देश्य बीजेपी के संस्कारों को अपनाते हुए समाज और आम लोगों का विकास करना है.

सुखदेव भगत
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Published : Oct 23, 2019, 11:57 AM IST

Updated : Oct 23, 2019, 12:19 PM IST

लोहरदगा:14 साल की राजनीति के बाद सुखदेव भगत अब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की राह पर चल पड़े हैं. सुखदेव भगत ने साफ तौर पर कह दिया है कि आज वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं. बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने का उद्देश्य बीजेपी के संस्कारों को अपनाते हुए समाज और आम लोगों का विकास करना है.

देखें पूरी खबर

2005 में पहली बार बने थे विधायक
सुखदेव भगत ने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार नई दुल्हन जब घर आती है तो वह उस घर के संस्कारों सभ्यता और परंपराओं को अपनाते हुए उस घर के विकास की ओर ध्यान देती है. इसी प्रकार से वह भी बीजेपी में जा रहे हैं और उनके संस्कारों, सभ्यता और उद्देश्यों को अपनाते हुए पार्टी के विकास के लिए काम करेंगे. सुखदेव भगत ने साल 2005 में प्रशासनिक सेवा का त्याग कर कांग्रेस के टिकट पर लोहरदगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी को हराते हुए कांग्रेस की झोली में लोहरदगा सीट डाल दिया था. इसके बाद साल 2009 और 2014 के चुनाव में सुखदेव भगत को आजसू के प्रत्याशी कमल किशोर भगत से हार का सामना करना पड़ा था.

ये भी पढ़ें- JVM सुप्रीमो जनादेश यात्रा के 12वें दिन, दुमका, देवघर और जामताड़ा की करेंगे यात्रा

2015 में फिर से बने विधायक
साल 2015 के विधानसभा उपचुनाव में सुखदेव भगत ने भारी मतों से आजसू प्रत्याशी को हराते हुए वापस लोहरदगा विधानसभा सीट को कांग्रेस की झोली में डाल दिया था. लोकसभा चुनाव के दौरान भी साल 2019 में सुखदेव भगत ने आम मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ को मजबूत साबित करके दिखा दिया. महज कुछ हजार वोटों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने बीजेपी के सुदर्शन भगत को कड़ी टक्कर दी थी. ऐसे में सुखदेव भगत का बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान है. सुखदेव भगत सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ रांची के लिए रवाना हो चुके हैं. आज वह बीजेपी के दिग्गज नेता और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में बीजेपी का दामन थाम लेंगे.

लोहरदगा:14 साल की राजनीति के बाद सुखदेव भगत अब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की राह पर चल पड़े हैं. सुखदेव भगत ने साफ तौर पर कह दिया है कि आज वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं. बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने का उद्देश्य बीजेपी के संस्कारों को अपनाते हुए समाज और आम लोगों का विकास करना है.

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2005 में पहली बार बने थे विधायक
सुखदेव भगत ने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार नई दुल्हन जब घर आती है तो वह उस घर के संस्कारों सभ्यता और परंपराओं को अपनाते हुए उस घर के विकास की ओर ध्यान देती है. इसी प्रकार से वह भी बीजेपी में जा रहे हैं और उनके संस्कारों, सभ्यता और उद्देश्यों को अपनाते हुए पार्टी के विकास के लिए काम करेंगे. सुखदेव भगत ने साल 2005 में प्रशासनिक सेवा का त्याग कर कांग्रेस के टिकट पर लोहरदगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी को हराते हुए कांग्रेस की झोली में लोहरदगा सीट डाल दिया था. इसके बाद साल 2009 और 2014 के चुनाव में सुखदेव भगत को आजसू के प्रत्याशी कमल किशोर भगत से हार का सामना करना पड़ा था.

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2015 में फिर से बने विधायक
साल 2015 के विधानसभा उपचुनाव में सुखदेव भगत ने भारी मतों से आजसू प्रत्याशी को हराते हुए वापस लोहरदगा विधानसभा सीट को कांग्रेस की झोली में डाल दिया था. लोकसभा चुनाव के दौरान भी साल 2019 में सुखदेव भगत ने आम मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ को मजबूत साबित करके दिखा दिया. महज कुछ हजार वोटों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने बीजेपी के सुदर्शन भगत को कड़ी टक्कर दी थी. ऐसे में सुखदेव भगत का बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान है. सुखदेव भगत सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ रांची के लिए रवाना हो चुके हैं. आज वह बीजेपी के दिग्गज नेता और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में बीजेपी का दामन थाम लेंगे.

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स्टोरी- भाजपा की राह चले सुखदेव, कहा भाजपा के संस्कारों को अपनाना मेरा उद्देश्य
बाइट- सुखदेव भगत, विधायक, लोहरदगा
एंकर- 14 साल की राजनीति के बाद सुखदेव भगत अब कांग्रेस छोड़कर भाजपा की राह पर चल पड़े हैं. सुखदेव भगत ने साफ तौर पर कह दिया है कि आज वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं. भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने का उद्देश्य भाजपा के संस्कारों को अपनाते हुए समाज और आम लोगों का विकास करना है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार से नई दुल्हन जब घर में आती है तो वह उस घर के संस्कारों सभ्यता और परंपराओं को अपनाते हुए उस घर के विकास की ओर ध्यान देती है. इसी प्रकार से वह भी भाजपा में जा रहे हैं और भाजपा के संस्कारों, सभ्यता और उद्देश्यों को अपनाते हुए पार्टी के विकास के लिए काम करेंगे.

इंट्रो- सुखदेव भगत ने साल 2005 में प्रशासनिक सेवा का त्याग कर कांग्रेस के टिकट पर लोहरदगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी को हराते हुए कांग्रेस की झोली में लोहरदगा सीट को डाल दिया था. इसके बाद साल 2009 और 2014 के चुनाव में सुखदेव भगत को आजसू के प्रत्याशी कमल किशोर भगत से हार का सामना करना पड़ा था. साल 2015 के विधानसभा उपचुनाव में सुखदेव भगत ने भारी मतों से आजसू प्रत्याशी को हराते हुए वापस लोहरदगा विधानसभा सीट को कांग्रेस की झोली में डाल दिया था. लोकसभा चुनाव के दौरान भी साल 2019 में सुखदेव भगत ने आम मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ को मजबूत साबित करके दिखा दिया. महज कुछ हजार वोटों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने भाजपा के सुदर्शन भगत को कड़ी टक्कर दी थी. ऐसे में सुखदेव भगत का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान है. सुखदेव भगत सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ रांची के लिए रवाना हो चुके हैं. आज वह भाजपा के दिग्गज नेता और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में भाजपा का दामन थाम लेंगे.Body:सुखदेव भगत ने साल 2005 में प्रशासनिक सेवा का त्याग कर कांग्रेस के टिकट पर लोहरदगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी को हराते हुए कांग्रेस की झोली में लोहरदगा सीट को डाल दिया था. इसके बाद साल 2009 और 2014 के चुनाव में सुखदेव भगत को आजसू के प्रत्याशी कमल किशोर भगत से हार का सामना करना पड़ा था. साल 2015 के विधानसभा उपचुनाव में सुखदेव भगत ने भारी मतों से आजसू प्रत्याशी को हराते हुए वापस लोहरदगा विधानसभा सीट को कांग्रेस की झोली में डाल दिया था. लोकसभा चुनाव के दौरान भी साल 2019 में सुखदेव भगत ने आम मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ को मजबूत साबित करके दिखा दिया. महज कुछ हजार वोटों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने भाजपा के सुदर्शन भगत को कड़ी टक्कर दी थी. ऐसे में सुखदेव भगत का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान है. सुखदेव भगत सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ रांची के लिए रवाना हो चुके हैं. आज वह भाजपा के दिग्गज नेता और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में भाजपा का दामन थाम लेंगे.Conclusion:कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे. उन्होंने भाजपा के संस्कारों को अपनाने की बात कही है
Last Updated : Oct 23, 2019, 12:19 PM IST
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