लोहरदगा: झारखंड में बीजेपी और आजसू के बीच की खटास की तस्वीर अब लगभग साफ हो चुकी है. आजसू और बीजेपी दोनों पार्टियों ने ज्यादातर सीटों से अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. दोनों दलों के नेता भी अब खुलकर एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने लगे हैं. हालांकि केंद्र को लेकर दोनों के बीच की तस्वीर अब तक साफ नहीं हो सकी है. लोहरदगा में आयोजित आजसू की जनसभा में रविवार को पहुंचे सुदेश कुमार महतो ने जहां बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला वहीं, वे केंद्र में बीजेपी के साथ की दोस्ती पर कुछ भी साफ-साफ कहने में सावधानी बरतते नजर आए.
जनता बनाएगी गांव की सरकार
जनसभा को संबोधित करते हुए सुदेश कुमार महतो ने कहा कि सुखदेव भगत जैसे अवसरवादी नेताओं का चेहरा जनता पहचान चुकी है कि वे जनता का नहीं बल्कि केवल अपना भला करना जानते हैं. वहीं इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार जनता ने फैसला कर लिया है कि वह ना दिल्ली की सरकार बनाएगी, ना ही झारखंड की, बल्कि गांव की सरकार बनाएगी.
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केंद्र में किस ओर होगी आजसू
जनसभा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आजसू के सांसद के लोकसभा में सत्ता पक्ष या विपक्ष में बैठने के सवाल पर सुदेश कुमार महतो ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद पार्टी के नेता एक साथ बैठेंगे, उसके बाद तय किया जाएगा कि आगे क्या करना है. फिलहाल इस विषय पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
हड़बड़ी में नहीं है आजसू
सुदेश कुमार महतो के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि आजसू पार्टी हड़बड़ी में कोई भी फैसला नहीं करना चाहती है. चुनाव परिणाम आने के बाद की स्थिति पर ही बीजेपी-आजसू की दोस्ती का भविष्य निर्भर करेगा. फिलहाल तो दोनों ही पार्टी के नेता अपने-अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं.