लोहरदगा: विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले करीब 48 हजार अल्पसंख्यक वोटर और करीब सवा लाख आदिवासी वोटरों को समेटने को लेकर यूं तो हर राजनीतिक दल की नजर बनी हुई है. हर राजनीतिक दल के प्रत्याशी और उनके नेता इस विशेष वोट वर्ग को अपनी ओर करने को लेकर कोई भी राजनीतिक घोषणा करने से पीछे नहीं हट रहे हैं.
लोहरदगा के इरगांव में आयोजित चुनावी जनसभा में आजसू सुप्रीमो और झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने अल्पसंख्यक और आदिवासी वोटरों को रिझाने को लेकर बड़ी चाल खेल दी है. राजनीतिक बाजी खेलने में माहिर सुदेश कुमार महतो ने हजारों की भीड़ के बीच घोषणाएं करते हुए वोटरों को समेटने की कोशिश की है.
सुदेश कुमार महतो ने चुनावी सभा में कहा कि यहां के आदिवासी भाइयों के लिए सरना कोड और अल्पसंख्यक भाइयों के लिए अल्पसंख्यक बोर्ड के साथ-साथ मदरसा में पढ़ने वाले बच्चों के लिए भोजन और अन्य सुविधाएं देना उनकी प्राथमिकता है. गांव के आम आदमी की पीड़ा को समझते हुए सुदेश कुमार महतो ने चुनावी सभा में स्पष्ट कर दिया कि यदि उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो वह सबसे पहले यहां से अफसरशाही को खत्म करना चाहेंगे.
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सुदेश महतो ने कहा कि ऐसी व्यवस्था कायम करेंगे कि बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी एक गांव के व्यक्ति के घर के बाहर पहुंचकर उनकी समस्या का हल करेगा. गांव में आयोजित होने वाले ग्रामसभा में ग्रामीणों की बातें सुनी जाएगी. सुदेश कुमार महतो ने यह भी कहा कि इस बार वह बड़ी लड़ाई लड़ रहे है, जिसमें सभी का साथ और सहयोग जरूरी है. सिर्फ लोहरदगा एक विधानसभा की बात नहीं है, बल्कि तमाम विधानसभा में चुनावी जंग को जीतना ही उनका मकसद है. इस जनसभा में कई नेता पहुंचे हुए थे.
आजसू सुप्रीमो और झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो ने लोहरदगा के चुनावी सभा में कई घोषणाएं करते हुए सभी समुदाय के वोटरों को समेटने की कोशिश की है. सुदेश कुमार महतो ने यहां गांव की सरकार और अफसरशाही को खत्म करने की बात कही. इस जनसभा में हजारों की भीड़ में आजसू सुप्रीमो को उत्साहित कर दिया था.