लोहरदगा: सामुदायिक पुलिसिंग को लेकर अब पुलिस बेहद सक्रिय और सजग नजर आ रही है. सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस-प्रशासन के वरीय अधिकारियों का पहुंचना स्थानीय ग्रामीणों को मानसिक रूप से मजबूत बना रहा है. सुरक्षा के लिहाज से भी आम आदमी अपने आप को सुरक्षित महसूस करने लगा है. लोहरदगा एसपी प्रियंका मीणा ने भी नक्सलियों के गढ़ में पहुंचकर ग्रामीणों के बीच आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया. इसके साथ ही विकास के लिए नक्सलवाद का खात्मा करने को लेकर मदद भी मांगा.
सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में पहुंची एसपी
लोहरदगा एसपी प्रियंका मीणा ने पुलिस के अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचकर उनसे मुलाकात की. एसपी ने ग्रामीणों की समस्याओं को भी सुनने का काम किया. इसके अलावा खिलाड़ियों के बीच खेल सामग्री, विद्यार्थियों के बीच शिक्षण सामग्री, ग्रामीणों के बीच कंबल सहित अन्य सामग्रियों का वितरण भी किया. एसपी लोहरदगा जिले के सेन्हा प्रखंड के सुदूरवर्ती उर्रु गांव में पहुंची हुई थी.
एसपी ने मौके पर कहा कि विकास में बाधक नक्सलवाद के खात्मे के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जिम्मेदार बनना होगा. आज समाज नक्सलवाद की वजह से विकास के पथ पर आगे नहीं बढ़ पा रहा है. पुलिस प्रशासन का फर्ज भी है कि वह ग्रामीणों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुनने का काम करें. हम ग्रामीणों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने को लेकर संकल्पित और समर्पित हैं. इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति रही.
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आम आदमी को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने और सामुदायिक पुलिसिंग को लेकर लोहरदगा पुलिस अब सक्रिय हो चुकी है. लोहरदगा एसपी प्रियंका मीणा ने सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित या कहें कि नक्सलियों के गढ़ में पहुंचकर ग्रामीणों के साथ घंटों बिताए. एसपी ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने का काम किया. उनके बीच आवश्यक सामग्रियों का वितरण भी किया.