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अंग्रेजी हुकूमत में कैदियों से कराया गया था तालाब का निर्माण, अब मिलेगी नई पहचान

3 करोड़ 7 लाख रुपए की लागत से विक्टोरिया तालाब का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. इस तालाब का निर्माण अंग्रेजी हुकूमत में कैदियों से कराया गया था. अब नई पहचान मिल रही है.

तालाब का निर्माण
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Published : May 18, 2019, 3:09 PM IST

Updated : May 18, 2019, 3:24 PM IST

लोहरदगा: अंग्रेजी हुकूमत के दौरान 1880 के समय मे जिस तालाब का निर्माण कैदियों से सजा के तौर पर करवाया गया था. उस तालाब के दिन अब बहुरने वाले हैं. तालाब का नगर परिषद के माध्यम से निविदा के जरिए कुल 1 करोड़ 7 लाख रुपए की लागत से जीर्णोद्धार कार्य कराया जा रहा है.

तालाब का निर्माण

इस तालाब के जीर्णोद्धार का लोगों को लगभग तीन दशक से इंतजार था. अब जाकर तालाब को एक नई पहचान मिल रही है. तालाब के नव निर्माण को लेकर कार्य प्रारंभ हो चुका है. स्थानीय लोग भी इस काम से काफी खुश हैं. सबसे पहले तालाब से मिट्टी निकाल कर इसे गहरा करने का काम किया जा रहा है. इसके बाद फाउंटेन, शौचालय, टिकट काउंटर सहित अन्य जरूरी काम भी कराए जाएंगे.

तालाब को पर्यटन के क्षेत्र में भी एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किए जाने की योजना है. संवेदक द्वारा मिट्टी हटाने के काम को 30 मई तक पूरा कर लेने की बात कही जा रही है. इसके बाद विकास से संबंधित अन्य कामों को किया जाएगा. लोहरदगा शहर की पहचान विक्टोरिया तालाब या बड़ा तालाब के रूप में ही थी. दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोग भी इस तालाब के नाम से ही लोहरदगा को जानते थे.

गंदगी और कचरा भरने से तालाब की गहराई ही कम नहीं हुई बल्कि जल संचयन पर भी प्रभाव पड़ा था. कई प्रतिनिधियों ने तालाब के जीर्णोद्धार को लेकर वादा किया था, लेकिन अब तक काम नहीं हो पाया था. जिसके बाद अब काम प्रारंभ हुआ है. अब तालाब को एक नई पहचान ही नहीं जल संरक्षण को बढ़ावा भी मिल पाएगा.

लोहरदगा: अंग्रेजी हुकूमत के दौरान 1880 के समय मे जिस तालाब का निर्माण कैदियों से सजा के तौर पर करवाया गया था. उस तालाब के दिन अब बहुरने वाले हैं. तालाब का नगर परिषद के माध्यम से निविदा के जरिए कुल 1 करोड़ 7 लाख रुपए की लागत से जीर्णोद्धार कार्य कराया जा रहा है.

तालाब का निर्माण

इस तालाब के जीर्णोद्धार का लोगों को लगभग तीन दशक से इंतजार था. अब जाकर तालाब को एक नई पहचान मिल रही है. तालाब के नव निर्माण को लेकर कार्य प्रारंभ हो चुका है. स्थानीय लोग भी इस काम से काफी खुश हैं. सबसे पहले तालाब से मिट्टी निकाल कर इसे गहरा करने का काम किया जा रहा है. इसके बाद फाउंटेन, शौचालय, टिकट काउंटर सहित अन्य जरूरी काम भी कराए जाएंगे.

तालाब को पर्यटन के क्षेत्र में भी एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किए जाने की योजना है. संवेदक द्वारा मिट्टी हटाने के काम को 30 मई तक पूरा कर लेने की बात कही जा रही है. इसके बाद विकास से संबंधित अन्य कामों को किया जाएगा. लोहरदगा शहर की पहचान विक्टोरिया तालाब या बड़ा तालाब के रूप में ही थी. दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोग भी इस तालाब के नाम से ही लोहरदगा को जानते थे.

गंदगी और कचरा भरने से तालाब की गहराई ही कम नहीं हुई बल्कि जल संचयन पर भी प्रभाव पड़ा था. कई प्रतिनिधियों ने तालाब के जीर्णोद्धार को लेकर वादा किया था, लेकिन अब तक काम नहीं हो पाया था. जिसके बाद अब काम प्रारंभ हुआ है. अब तालाब को एक नई पहचान ही नहीं जल संरक्षण को बढ़ावा भी मिल पाएगा.

Intro:स्लग- JH_LOH_VIKRAM_VICTORIYA TALAB_PKG_JH10011
स्टोरी- जिस तालाब का निर्माण अंग्रेजी हुकूमत में कैदियों से कराया गया था, उस तालाब को मिल रही अब नई पहचान
... 3 करोड़ 7 लाख रुपए की लागत से विक्टोरिया तालाब का हो रहा जीर्णोद्धार
बाइट- जबारुल अंसारी, संवेदक
बाइट- पप्पू कुमार, स्थानीय निवासी
एंकर- अंग्रेजी हुकूमत के दौरान 1880 के समय मे जिस तालाब का निर्माण कैदियों से सजा के तौर पर करवाया गया था, उस तालाब के दिन अब बहुरने वाले हैं. तालाब का नगर परिषद के माध्यम से निविदा के जरिए कुल तीन करोड़ सात लाख रुपए की लागत से जीर्णोद्धार कार्य कराया जा रहा है. इस तालाब के जीर्णोद्धार को लेकर लगभग तीन दशक से लोगों को इंतजार था. अब जाकर तालाब को एक नई पहचान मिल रही है. तालाब के नव निर्माण को लेकर कार्य प्रारंभ हो चुका है. स्थानीय लोग इस काम से काफी खुश हैं. सबसे पहले तालाब से मिट्टी निकाल कर इसे गहरा करने का काम किया जा रहा है. इसके बाद अब फाउंटेन, शौचालय, टिकट काउंटर सहित अन्य जरूरी काम भी कराए जाएंगे. तालाब को पर्यटन के क्षेत्र में भी एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किए जाने की योजना है. संवेदक द्वारा मिट्टी हटाने के काम को 30 मई तक पूरा कर लेने की बात कही जा रही है. इसके बाद विकास से संबंधित अन्य कामों को किया जाएगा. लोहरदगा शहर की पहचान विक्टोरिया तालाब या कहें कि बड़ा तालाब के रूप में ही थी. दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोग भी इस तालाब के नाम से ही लोहरदगा को जानते थे. समय अंतराल में गंदगी और कचरा भरने से तालाब की गहराई ही कम नहीं हुई बल्कि जल संचयन पर भी प्रभाव पड़ा था. कई प्रतिनिधियों ने तालाब के जीर्णोद्धार को लेकर वादा किया था, परंतु अब तक काम नहीं हो पाया था. अंततः काम प्रारंभ हुआ है. अब तालाब को एक नई पहचान ही नहीं जल संरक्षण को बढ़ावा भी मिल पाएगा.


Body:स्लग- JH_LOH_VIKRAM_VICTORIYA TALAB_PKG_JH10011
स्टोरी- जिस तालाब का निर्माण अंग्रेजी हुकूमत में कैदियों से कराया गया था, उस तालाब को मिल रही अब नई पहचान
... 3 करोड़ 7 लाख रुपए की लागत से विक्टोरिया तालाब का हो रहा जीर्णोद्धार


Conclusion:स्लग- JH_LOH_VIKRAM_VICTORIYA TALAB_PKG_JH10011
स्टोरी- जिस तालाब का निर्माण अंग्रेजी हुकूमत में कैदियों से कराया गया था, उस तालाब को मिल रही अब नई पहचान
... 3 करोड़ 7 लाख रुपए की लागत से विक्टोरिया तालाब का हो रहा जीर्णोद्धार
Last Updated : May 18, 2019, 3:24 PM IST
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