लोहरदगा : लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा का चुनाव होना है. ऐसे में राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान आने शुरू हो गए हैं. विपक्षी दलों से मुकाबला तो बाद में होगा, पहले मुकाबला पार्टी के अंदर ही प्रत्याशी चयन को लेकर चल रहा है. कांग्रेस पार्टी का भी कुछ ऐसा ही हाल है. इन सबके बीच लोहरदगा से विधायक और कांग्रेस के कोटे से झारखंड सरकार में वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने लोहरदगा में कुछ ऐसा बयान दे दिया है जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. मंत्री का यह बयान संभावित प्रत्याशियों की नींद उड़ाने वाला है.
पार्टी का जो फैसला होगा वह मानेंगेः लोहरदगा में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए लोहरदगा पहुंचे झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव से जब पूछा गया कि वह लोहरदगा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं या नहीं, उन्होंने पहले भी लोहरदगा लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया है. इस सवाल पर डॉ रामेश्वर उरांव ने बड़ा ही रोचक जवाब दिया. उन्होंने कहा कि वह साल 2019 में चुनाव लड़ना चाहते थे. उन्होंने कहा कि जनता भी उनसे कह रही थी कि वह उन्हें ही वोट देगी और उन्हें चुनाव में जीत दिलाएगी, लेकिन तब उन्हें टिकट नहीं दिया गया था. इसके बाद वह बैठ गए थे. पार्टी का जैसा भी फैसला होगा, वह मानने के लिए तैयार हैं. पार्टी के निर्देश पर ही वह काम करेंगे. हालांकि वह चाहते हैं कि वह लोहरदगा के लोगों के बीच रहें. डॉक्टर रामेश्वर उरांव ने कहा कि पार्टी के फैसले पर ही सब कुछ निर्भर करता है.
पार्टी हाई कमान के निर्देश पर करेंगे कामः डॉ रामेश्वर उरांव के इस बयान के बाद जब उनके पुत्र रोहित प्रियदर्शी उरांव से पूछा गया कि वह क्या चाहते हैं. तब उन्होंने कहा कि पार्टी हाई कमान के निर्देश के अनुसार ही काम करेंगे. पार्टी जो भी निर्देश देगी उसके आधार पर ही काम करेंगे. पहले से हम कोई भी तैयारी नहीं करते हैं. जैसे ही पार्टी का फैसला सामने आता है, वैसे ही हम तैयारी शुरू कर देंगे. डॉ रामेश्वर उरांव और उनके पुत्र का बयान यह तो साफ कर रहा है कि यदि कांग्रेस पार्टी की ओर से डॉ रामेश्वर उरांव से चुनाव लड़ने को लेकर उनकी राय मांगी गई तो वह इनकार नहीं करने वाले हैं. साथ ही विधानसभा चुनाव को लेकर भी उन्होंने अपनी इच्छा से यह साफ जाहिर कर दिया है कि विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर भी वह तैयार हैं. इन सब के बीच डॉक्टर रामेश्वर उरांव के बयान के बाद कई नेताओं की नींद उड़ सकती है. लोहरदगा लोकसभा सीट और विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की योजना बना रहे कांग्रेस के कई नेता रामेश्वर उरांव के इस बयान के बाद चिंता में नजर आने लगे हैं.
लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए सीटों पर दावेदारी शुरूः लोहरदगा लोकसभा और विधानसभा सीट को लेकर राजनीति तेज हो चुकी है. सभी अपना अपना दावा प्रस्तुत कर रहे हैं. लोहरदगा में वर्तमान में कांग्रेस पार्टी से डॉ रामेश्वर उरांव विधायक हैं. लोकसभा के चुनाव में सुदर्शन भगत ने साल 2019 में सुखदेव भगत को हरा दिया था. उस समय रामेश्वर उरांव भी चुनाव लड़ना चाहते थे. हालांकि टिकट नहीं मिलने पर वह बैठ गए थे.