लोहरदगा: बीती 23 जनवरी को CAA के समर्थन में हुई हिंसक घटना के बाद पूरे शहर में एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया गया था. मौजूदा वक्त में भी शहरी क्षेत्र और सदर प्रखंड में शाम 6 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू जारी है. हालांकि दिन में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा को जारी रखा गया है. आम लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर जिला पुलिस के अलावा आईआरबी और रैफ के जवान तैनात किए गए. इस दौरान मंगलवार को जिला पुलिस के एक जवान की मौत हो गई. आरोप है कि ठंड लगने से जवान की मौत हुई है.
बाथरूम का दरवाजा तोड़कर निकाला बाहर
हजारीबाग के पद्मा ट्रेनिंग सेंटर से जवानों को लोहरदगा में तैनात किया गया है. इसमें पलामू निवासी आरक्षी अजय राम की ड्यूटी भी लगी हुई थी. अजय राम फिलहाल शहर में हर सोमवार को लगने वाले बाजार में ड्यूटी कर रहे थे. ड्यूटी करने के बाद वह अपने कैंप में चले गए. इसके बाद अजय राम मंगलवार को शौचालय गए. काफी वक्त बीत जाने के बाद भी जब वो बाहर नहीं निकले, तो उनके साथियों को संदेह हुआ. जवानों ने बाथरूम का दरवाजा तोड़ा, तो देखा कि अजय बेहोश पड़े हुए थे. उन्हें तत्काल लोहरदगा सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने अजय को मृत घोषित कर दिया.
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पुलिस जवानों में आक्रोश
घटना के बाद पुलिस के जवान नाराज हो गए. जवानों ने सभी जवानों के लिए समुचित सुविधाओं की मांग की. जवान ठंड लगने की वजह से अजय की मौत होने की बात कह रहे थे. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. मामले की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा के दृष्टिकोण से रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात कर दिया गया. हालांकि स्थिति जल्द ही सामान्य हो गई. डीआईजी एवी होमकर, डीसी आकांक्षा रंजन, एसपी प्रियदर्शी आलोक ने सदर अस्पताल पहुंचकर जवानों को समझाया. इसके साथ ही मामले को शांत कराया.
अधिकारियों ने दी 1 लाख रुपए की सहायता
अधिकारियों ने तत्काल आपसी सहयोग से मृत आरक्षी के परिजनों को एक लाख रुपए की सहायता राशि दी. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार की योजना और अन्य भत्तों के तहत सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी. मेडिकल बोर्ड की 3 सदस्यीय टीम ने अजय राम के शव का पोस्टमार्टम किया है. पूरी सुरक्षा के बाद अजय के शव को उनके पैतृक गांव भेज दिया गया. मामले में डीआईजी एवी होमकर का कहना है कि हम एक-एक पुलिस जवान के साथ खड़े हैं, जो भी समस्याएं हैं उनका हल कर रहे हैं. यह घटना काफी दुखद है. हम शोकाकुल परिवार के साथ हैं.