लोहरदगा: लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार हो रहे रहे नक्सली कमांडर का भाई पुलिस के हत्थे चढ़ गया. वह लोहरदगा जिले के कुडू बस स्टैंड के नजदीक रह रहा ता. उसके खिलाफ नाबालिग के साथ दुष्कर्म के अलावा डकैती की योजना बनाने और अवैध हथियार रखने के मामले में प्राथमिकी दर्ज है.
नक्सली कमांडर के भाई के खिलाफ रांची जिले के चानहो और खलारी थाना क्षेत्र में अपराध की घटनाओं को अंजाम देने को लेकर वारंट था. उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है. 6 साल से वह पुलिस चकमा देकर भाग रहा था.
रांची जिले के चान्हो थाना क्षेत्र के बलसोकरा करम टोली निवासी स्वर्गीय करमजीत यादव के बेटा और नक्सली संगठन पीएलएफआई के कमांडर कृष्णा गोप उर्फ सुल्तान के भाई नरेंद्र यादव उर्फ संजय यादव उर्फ राजू यादव के खिलाफ रांची जिले के चान्हों और खलारी थाना में प्राथमिकी दर्ज है. नरेंद्र पिछले 6 साल से पुलिस को चकमा दे रहा था. वह लोहरदगा जिले के कुडू धोबी टोला में अपना नाम राजू यादव रखकर पिछले कई सालों से रह रहा था. चान्हों थाना कांड संख्या 83/2017 और एसटी संख्या 575/2017 में नरेंद्र के खिलाफ भादवि की धारा 399, 402 शस्त्र अधिनियम की धारा 25 (1-बी)ए, 26, 35 में डकैती की योजना बनाने और हथियार बरामदगी के मामले में प्राथमिकी दर्ज है. इस मामले में नरेंद्र फरार चल रहा था.
इसे भी पढे़ं:- लोहरदगा: रांची के हिंदपीढ़ी से जुड़े 20 लोगों की रिपोर्ट का स्वास्थ्य विभाग को है इंतजार
इसके अलावा नरेंद्र पर खलारी थाना कांड संख्या 100/14, एसटी संख्या 462/15 में भादवि की धारा 376 (डी) और पोक्सो एक्ट की धारा 3/4 में प्राथमिकी दर्ज है. नरेंद्र की गिरफ्तारी को लेकर कुडू थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी. जब पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि नरेंद्र कुडू धोबी टोला में अपना नाम राजू बदलकर पिछले कई सालों से रह रहा है. इसके बाद कुडू थाना पुलिस ने घेराबंदी करते हुए पीएलएफआई नक्सली कमांडर कृष्णा गोप उर्फ सुल्तान के भाई नरेंद्र यादव उर्फ संजय यादव उर्फ राजू यादव को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद नरेंद्र को चान्हों थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है.