लोहरदगा: प्राकृतिक संसाधनों से यह क्षेत्र परिपूर्ण है और प्रसिद्ध बगडू माइंस इसी क्षेत्र में स्थित है. इसके बावजूद यह क्षेत्र पिछड़ा हुआ है. सरकार की योजनाओं से स्थानीय लोग वंचित हैं. सड़कों का बुरा हाल है. पेयजल की व्यवस्था नहीं है. स्थिति यह है कि सरकारी भवन खंडहर में तब्दील हो रहा है.
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जिले के किस्को प्रखंड के बगडू पंचायत के साथ-साथ दर्जनों गांव में रहने वाले लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोसो दूर है. प्रखंड के नीचे बगडू, कोरगो, चांपी आदि क्षेत्र हैं, जहां पर विकास की किरण अब तक नहीं पहुंची है. जर्जर सड़के, पेयजल की समस्या, रोजगार की कमी, पलायन आदि समस्याएं स्थानीय ग्रामीणों के चेहरे पर साफ नजर आती हैं. स्थानीय लोग कहते हैं कि जिला मुख्यालय से बगडू पंचायत सिर्फ दस किलोमीटर की दूरी पर है. इसके बावजूद सरकार की योजनाएं नहीं पहुंचती है.
5000 की आबादी वाला है पंचायत
बगडू पंचायत की आबादी 5000 है. क्षेत्र में रोजगार की समस्या सबसे ज्यादा गंभीर है. ग्रामीण कहते हैं कि रोजगार की तलाश में ग्रामीण पलायन करने को विवश हैं. उन्होंने कहा कि सड़कों की बदहाली सरकार को नहीं दिखती है. वित्त मंत्री सह लोहरदगा विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव कहते हैं कि सड़कों का निर्माण होगा. सरकार इसको लेकर गंभीर है. उन्होंने कहा कि रोजगार की स्थिति को लेकर भी काम किया जा रहा है.