लोहरदगा: भाजपा और आजसू के बीच रार कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. दोनों के बीच अब तक सीटों के बंटवारे को लेकर कोई भी समझौता नहीं हो सका है. सबसे अधिक पेंच लोहरदगा और चंदनक्यारी सीट को लेकर फंसा हुआ है. इसी बीच लोहरदगा विधानसभा सीट को लेकर आजसू की ओर से नामांकन और सम्मेलन की जोरदार ढंग से तैयारी की गई है.
सम्मेलन की तैयारी पूरी
लोहरदगा के डीसी कार्यालय मैदान में आजसू पार्टी की ओर से ना सिर्फ सम्मेलन की तैयारी पूरी कर ली गई है, बल्कि सोमवार को पार्टी प्रत्याशी के रूप में नीरू शांति भगत नामांकन पत्र भी दाखिल करेगी जो गठबंधन से पहले ही आजसू की ओर से की जा रही है. तैयारी इस बात की ओर साफ तौर पर संकेत है कि गठबंधन हो या ना हो आजसू पार्टी निश्चित रूप से लोहरदगा विधानसभा सीट से अपना नामांकन-पत्र दाखिल करेगी.
इस सीट से आजसू लड़ती आ रही है चुनाव
लोहरदगा के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत के जेल से बाहर आने के बाद से ही यह संभावना प्रबल हो गई थी कि आजसू पार्टी निश्चित रूप से लोहरदगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी. इससे पहले एनडीए प्रत्याशी के रूप में आजसू यहां से चुनाव लड़ती आ रही है. इस बार पार्टी ने साफ तौर पर संकेत दे दिया है कि हर हाल में वह लोहरदगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी, जबकि भाजपा ने भी लोहरदगा विधानसभा सीट से अपना दावा ठोक दिया है.
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भाजपा और आजसू के बीच होगा मुकाबला
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुखदेव भगत को भाजपा से टिकट मिलने को लेकर स्थिति लगभग साफ हो चुकी है. ऐसे में यह तय हो गया है कि भाजपा और आजसू के बीच लोहरदगा विधानसभा सीट में मुकाबला जरूर होगा. अब देखना मजेदार होगा कि दोनों पार्टी अब तक यहां से मिलकर चुनाव लड़ते आए थे, लेकिन इस बार दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे. ऐसे मे स्थिति क्या बनेगी. गठबंधन से पहले ही लोहरदगा विधानसभा सीट पर आजसू ने नामांकन और सम्मेलन की जोरदार तैयारी की है. यहां भाजपा के साथ आजसू का मुकाबला होना लगभग तय हो चुका है.