लोहरदगा: लोहरदगा जिले के सबसे बड़े जलस्रोत नंदिनी डैम (Nandini Dam and canals of Lohardaga) का कायाकल्प जल्द होगा. डैम से निकलने वाली नहरों की भी मरम्मत की जाएगी, इसके चैनल ठीक कराए जाएंगे और अधूरे पड़े काम पूरा कराए जाएंगे. ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके.
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लोहरदगा जिले का बहु उपयोगी नंदनी डैम जिले के दो प्रखंडों कैरो और भंडरा प्रखंड में फैला हुआ है. इसी जलस्रोत के भरोसे जिले के हजारों किसानों के खेतों तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचता है. लेकिन दिनों-दिन नंदिनी डैम की हालत खस्ता होती जा रही है. इसकी नहरें कई जगहों पर टूट चुकी हैं. नहर में गंदगी भरी पड़ी है. इधर डैम में मिट्टी और गाद भरने से पानी जमा नहीं हो पा रहा है. जिसकी वजह से इसका उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है. इससे अब सरकार ने सुध ली है और 58 करोड़ रुपये से इसका जीर्णोद्धार कराने का फैसला किया है.
जलापूर्ति के लिए भी नंदिनी का सहारा
लोहरदगा जिले के भंडरा और कैरो प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में नंदिनी डैम के माध्यम से ही जलापूर्ति भी होती है. चिंता का विषय यह है कि गाद के कारण अधिक पानी न जमा हो पाने से गर्मी के दिनों में डैम सूखने लगता है. इन परेशानियों को देखते हुए झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने जल संसाधन विभाग के माध्यम से 58 करोड़ रुपये की लागत से नहर और डैम का कायाकल्प कराने का फैसला लिया है. योजना को स्वीकृति भी मिल चुकी है. जल्द ही निविदा की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और उसके बाद काम प्रारंभ होगा. इसकी जानकारी वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने दी है. उन्होंने कहा कि योजना बेहद महत्वपूर्ण है और इससे क्षेत्र के किसानों को काफी ज्यादा फायदा होगा.
डैम से निकलने वाले तीन नहर के माध्यम से जिले के किसानों के खेतों तक पानी पहुंचता है. वर्तमान समय में नंदिनी डैम की स्थिति चिंताजनक हो चुकी है. डैम की नहरों से खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. इससे किसान परेशान हैं, उनकी मेहनत बेकार जा रही है. इन परेशानियों को देखते हुए झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने नंदिनी डैम के जीर्णोद्धार के लिए पहल की है.