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लोगों की जान बचाने के लिए खरीदे गए लाखों के मेडिकल उपकरण, अब पड़े हैं बेकार!

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Published : May 4, 2022, 8:47 PM IST

Updated : May 4, 2022, 9:08 PM IST

कोरोना संक्रमण काल के दौरान लोहरदगा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बढ़ाया गया था. लाखों के मेडिकल उपकरण लगाई गई थी. वर्तमान हालात ऐसे हैं कि इन मशीनों का उपयोग नहीं हो पा रहा है. चिकित्सकों और विशेषज्ञों की कमी है. मशीनों के नियमित संचालन को लेकर आवंटन का भी अभाव है.

medical equipment worth lakhs are getting useless
medical equipment worth lakhs are getting useless

लोहरदगा: कोरोना संक्रमण के दौरान कई लोगों की जान आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी की वजह से चली गई थी. सिर्फ लोहरदगा जिले में बात करें तो 89 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई थी. जिसमें प्रमुख रूप से ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने, आईसीयू की व्यवस्था नहीं रहने, वेंटीलेटर की व्यवस्था नहीं रहने और अन्य सुविधाओं के अभाव की वजह से लोगों की जान गई थी. जिसे देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लोहरदगा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर महत्वपूर्ण उपकरण खरीदे गए, लेकिन आज ये उपकरण बेकार साबित हो रहे हैं.

लोहरदगा सदर अस्पताल में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कई स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया गया. जिसमें प्रमुख रूप से ऑक्सीजन यूनिट, पाइप लाइन से ऑक्सीजन की व्यवस्था, वेंटीलेटर की व्यवस्था, आईसीयू का विकास, ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई थी. इसके अलावा छोटे बच्चों को बेहतर इलाज की सुविधा के लिए एसएनसीयू की व्यवस्था भी सदर अस्पताल में की गई है. वर्तमान समय में हालात ऐसे हैं कि स्वास्थ्य विभाग के पास चिकित्सकों की कमी है. मशीनों को संचालित करने के लिए विशेषज्ञों की कमी है.

देखें वीडियो

हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने सदर अस्पताल के पास उपलब्ध चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों को प्रशिक्षण दिलाकर आपात स्थिति में इसके संचालन को लेकर व्यवस्था की है, लेकिन नियमित रूप से इसके संचालन की सुविधा स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध नहीं है. अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा मशीनों को लगाए जाने के बाद तीन बार इसका मॉक ड्रिल भी किया गया है. समय-समय पर इसकी जांच भी की जाती है, लेकिन नियमित रूप से इसकी जांच और संचालन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के पास आवंटन नहीं है. ऐसे हालात में मशीनें कहीं कबाड़ में तब्दील ना हो जाएं इसका डर बना रहता है.

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहते हैं कि स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होने से समय पर इनका बेहतर उपयोग हो सकेगा. समय-समय पर मशीनों की देखभाल की जा रही है, लेकिन लाखों रुपए खर्च कर स्थापित किए गए मशीनों के उपयोग को लेकर वर्तमान समय में परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं. सदर अस्पताल लोहरदगा में वर्तमान समय में इतने ज्यादा मरीज भी नहीं आ रहे हैं कि इन मशीनों का उपयोग किया जा सके. हालांकि इन मशीनों की उपयोगिता सुनिश्चित करने को लेकर मशीनों की देखभाल के लिए विभाग को आवंटन उपलब्ध कराए जाने से आपात स्थिति में मशीनों का उपयोग हो सकता था.

लोहरदगा: कोरोना संक्रमण के दौरान कई लोगों की जान आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी की वजह से चली गई थी. सिर्फ लोहरदगा जिले में बात करें तो 89 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई थी. जिसमें प्रमुख रूप से ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने, आईसीयू की व्यवस्था नहीं रहने, वेंटीलेटर की व्यवस्था नहीं रहने और अन्य सुविधाओं के अभाव की वजह से लोगों की जान गई थी. जिसे देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लोहरदगा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर महत्वपूर्ण उपकरण खरीदे गए, लेकिन आज ये उपकरण बेकार साबित हो रहे हैं.

लोहरदगा सदर अस्पताल में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कई स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया गया. जिसमें प्रमुख रूप से ऑक्सीजन यूनिट, पाइप लाइन से ऑक्सीजन की व्यवस्था, वेंटीलेटर की व्यवस्था, आईसीयू का विकास, ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई थी. इसके अलावा छोटे बच्चों को बेहतर इलाज की सुविधा के लिए एसएनसीयू की व्यवस्था भी सदर अस्पताल में की गई है. वर्तमान समय में हालात ऐसे हैं कि स्वास्थ्य विभाग के पास चिकित्सकों की कमी है. मशीनों को संचालित करने के लिए विशेषज्ञों की कमी है.

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हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने सदर अस्पताल के पास उपलब्ध चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों को प्रशिक्षण दिलाकर आपात स्थिति में इसके संचालन को लेकर व्यवस्था की है, लेकिन नियमित रूप से इसके संचालन की सुविधा स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध नहीं है. अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा मशीनों को लगाए जाने के बाद तीन बार इसका मॉक ड्रिल भी किया गया है. समय-समय पर इसकी जांच भी की जाती है, लेकिन नियमित रूप से इसकी जांच और संचालन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के पास आवंटन नहीं है. ऐसे हालात में मशीनें कहीं कबाड़ में तब्दील ना हो जाएं इसका डर बना रहता है.

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहते हैं कि स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होने से समय पर इनका बेहतर उपयोग हो सकेगा. समय-समय पर मशीनों की देखभाल की जा रही है, लेकिन लाखों रुपए खर्च कर स्थापित किए गए मशीनों के उपयोग को लेकर वर्तमान समय में परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं. सदर अस्पताल लोहरदगा में वर्तमान समय में इतने ज्यादा मरीज भी नहीं आ रहे हैं कि इन मशीनों का उपयोग किया जा सके. हालांकि इन मशीनों की उपयोगिता सुनिश्चित करने को लेकर मशीनों की देखभाल के लिए विभाग को आवंटन उपलब्ध कराए जाने से आपात स्थिति में मशीनों का उपयोग हो सकता था.

Last Updated : May 4, 2022, 9:08 PM IST
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