लोहरदगा: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोहरदगा में अब आम लोगों के साथ-साथ व्यवसायी भी जागरूक हो चुके हैं. शहर में रविवार को अपने आप ज्यादातर दुकानें बंद रखी गईं. बिना किसी सरकारी आदेश के व्यवसायियों ने अपनी मर्जी से दुकानें बंद कर दीं, जिसकी वजह से एक प्रकार का जनता कर्फ्यू नजर आ रहा है. सड़कों पर खामोशी है. गिने-चुने लोग ही जरूरी काम से घर से बाहर निकलते हुए नजर आए.
चेंबर की अपील का हुआ असर
जिले में चेंबर ऑफ कॉमर्स, हैयहैय वंशीय कांस्यकर समाज, ट्रक ऑनर एसोसिएशन, केंद्रीय महावीर मंडल, बीजेपी सहित विभिन्न संगठनों की अपील का असर दिख रहा है. रविवार को लोहरदगा शहर अपने आप बंद हो गया. लोहरदगा के सभी प्रतिष्ठान बंद हैं. लोगों ने दुकान के बाहर नोटिस चिपका दिया कि दुकानें फिलहाल नहीं खुलेंगी. शहर में एक प्रकार का कर्फ्यू नजर आ रहा है. बिना किसी सरकारी आदेश के शहर की सभी दुकानें लगभग बंद पड़ी हुई हैं. लोग अपने-अपने घरों में हैं. केवल जरूरी काम से ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं. पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है. कभी-कभी पुलिस की गाड़ियां और एंबुलेंस के सायरन की आवाज ही सुनाई देती है.
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लोग हो रहे जागरूक
लोहरदगा शहर में जनता कर्फ्यू नजर आ रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ज्यादातर दुकानें बंद पड़ी हुई है. विभिन्न सामाजिक, व्यवसायिक और धार्मिक संगठनों ने व्यवसायियों से अपनी-अपनी दुकानें बंद रखने और आम लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है.