लोहरदगा: जिला में व्यवसायिक गतिविधियों को नियंत्रित करने, ग्राहकों को सही माप-तौल में सामग्री उपलब्ध कराने को लेकर सरकार माप-तौल विभाग का संचालन करती है. इस विभाग का काम दुकानों, पेट्रोल पंप, कांटा घर सहित माप-तौल से संबंधित तमाम प्रतिष्ठानों को माप-तौल से संबंधित लाइसेंस निर्गत करना, समय-समय पर जांच करना और व्यवसायिक गतिविधियों को नियंत्रित करना है, लेकिन लोहरदगा में स्थित माप-तौल विभाग का कार्यालय काफी दिनों से बंद है, जिसके कारण व्यवसायियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
क्या है व्यवसायियों का कहना
व्यवसायियों का आरोप है कि माप-तौल विभाग का कार्यालय थैले में चलता है. कार्यालय के बिचौलिए घूम-घूम कर लाइसेंस निर्गत करते हैं. कुछ कमीशन लेकर उनका काम करा दिया जाता है. पदाधिकारी तो कभी कार्यालय में दिखते ही नहीं. हालांकि पदाधिकारी के लोहरदगा में सप्ताह में 2 दिन बैठने का समय तय है. फिर भी महीनों से पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे ही नहीं. कार्यालय की हालत ही उसकी स्थिति बयां करती है. व्यवसायियों का कहना है कि माप-तौल विभाग के पदाधिकारी यहां पर शायद ही नजर आते हैं. किसी कर्मचारी की नियुक्ति यहां पर हुई ही नहीं है. कोई ताला खोलने वाला भी नहीं है. कुल मिलाकर माप-तौल विभाग का कार्यालय ताले में कैद नजर आता है. जिसके कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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बता दें कि लोहरदगा जिला में माप-तौल विभाग का अपना कार्यालय भवन है. जो सदर प्रखंड परिसर में स्थित है. इस कार्यालय में माप-तौल विभाग के पदाधिकारी के रूप में प्रदीप कुमार की नियुक्ति है. प्रदीप कुमार लोहरदगा के साथ-साथ खूंटी, सिमडेगा लातेहार जिले के प्रभार में भी हैं. महीनों से कार्यालय का ताला नहीं खुला है. कार्यालय के ताला में जंग लगा हुआ है. कार्यालय परिसर में गंदगी का अंबार है