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लोहरदगा के मतदाताओं का मिजाज, जानिए क्या है विधानसभा चुनाव को लेकर जनता की राय - झारखंड महासमर

विधानसभा चुनाव को लेकर लोहरदगा की जनता ने ईटीवी भारत से अपनी राय साझा की. इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें अपने क्षेत्र में ऐसे विधायक की जरूरत है जो उनके बीच का हो और उनकी मूलभूत सुविधाओं को समझे.

लोहरदगा के मतदाताओं का मिजाज
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Published : Nov 5, 2019, 8:54 PM IST

लोहरदगाः झारखंड राज्य के अस्तित्व में आने से पहले 4 अक्टूबर 2000 को लोहरदगा के पेशरार की घाटी में नक्सलवाद ने सबसे बड़ा जख्म दिया था. तत्कालीन एसपी अजय कुमार सिंह नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे. यह तो लोहरदगा के लिए एक बड़ा जख्म था. इसके साथ-साथ लोहरदगा में कई और समस्याओं ने भी लोगों को काफी पीड़ा दी है. 17 मई 1983 को लोहरदगा जिला का गठन हुआ था.

जानें क्या है जनता का मिजाज

लोहरदगा जिले में 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर करती है. कृषि और पशुपालन यहां रोजगार के प्रमुख साधन हैं. भले ही बॉक्साइट नगरी के रूप में लोहरदगा जिले की पहचान है. यहां के लोगों के लिए बॉक्साइट के रूप में महज मजदूर की भूमिका ही सीमित रही है. यहां बॉक्साइट आधारित किसी कल कारखानों के स्थापित नहीं रहने की वजह से यहां के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पाता है. यही वजह है कि रोजगार की कमी लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी समस्या रही है. हाल के वर्षों में लोहरदगा जिले में इस समस्या को और भी बल मिला है. हर साल हजारों की संख्या में मजदूरों का पलायन रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेशों में होता है. लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य, पेयजल, रोजगार, कृषि सहित कई समस्याएं आज भी कायम है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: जरमुंडी के विधायक बादल पत्रलेख का रिपोर्ट कार्ड

जनता ने अपने विधायक के बारे में दी राय
ईटीवी भारत की टीम ने लोहरदगा की जनता से विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं का मिजाज जानने की कोशिश की. मतदाताओं से बात करने पर यह स्पष्ट हुआ कि यहां के लोग ऐसा विधायक चाहते हैं, जो उनकी मूलभूत जरूरतों को पूरा करे. जनता ने बताया कि विधायक उनके बीच का आदमी हो, जो उनकी समस्याओं को समझे और निराकरण करे. वर्षों से कायम समस्याओं को खत्म करने को लेकर आवाज बनने का काम करे.

मूलभूत सुविधाओं को पूरा करे विधायक
मतदाताओं ने साफ तौर पर कहा कि रोजगार के साधन सृजित करने को लेकर पहल करने वाला विधायक उन्हें जरूरी है. स्वास्थ्य, पेयजल, गंदगी से निजात दिलाने को लेकर जो काम करे, वहीं उनका विधायक होगा. मतदाताओं ने साफ कर दिया कि हम एक कर्मठ और जुझारू व्यक्ति को ही विधायक के रुप में देखना चाहते हैं. खैर आने वाले समय में ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि लोगों की अपेक्षाएं कितनी पूरी होती है और उनके पसंद का विधायक कौन होता है.

लोहरदगाः झारखंड राज्य के अस्तित्व में आने से पहले 4 अक्टूबर 2000 को लोहरदगा के पेशरार की घाटी में नक्सलवाद ने सबसे बड़ा जख्म दिया था. तत्कालीन एसपी अजय कुमार सिंह नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे. यह तो लोहरदगा के लिए एक बड़ा जख्म था. इसके साथ-साथ लोहरदगा में कई और समस्याओं ने भी लोगों को काफी पीड़ा दी है. 17 मई 1983 को लोहरदगा जिला का गठन हुआ था.

जानें क्या है जनता का मिजाज

लोहरदगा जिले में 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर करती है. कृषि और पशुपालन यहां रोजगार के प्रमुख साधन हैं. भले ही बॉक्साइट नगरी के रूप में लोहरदगा जिले की पहचान है. यहां के लोगों के लिए बॉक्साइट के रूप में महज मजदूर की भूमिका ही सीमित रही है. यहां बॉक्साइट आधारित किसी कल कारखानों के स्थापित नहीं रहने की वजह से यहां के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पाता है. यही वजह है कि रोजगार की कमी लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी समस्या रही है. हाल के वर्षों में लोहरदगा जिले में इस समस्या को और भी बल मिला है. हर साल हजारों की संख्या में मजदूरों का पलायन रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेशों में होता है. लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य, पेयजल, रोजगार, कृषि सहित कई समस्याएं आज भी कायम है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: जरमुंडी के विधायक बादल पत्रलेख का रिपोर्ट कार्ड

जनता ने अपने विधायक के बारे में दी राय
ईटीवी भारत की टीम ने लोहरदगा की जनता से विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं का मिजाज जानने की कोशिश की. मतदाताओं से बात करने पर यह स्पष्ट हुआ कि यहां के लोग ऐसा विधायक चाहते हैं, जो उनकी मूलभूत जरूरतों को पूरा करे. जनता ने बताया कि विधायक उनके बीच का आदमी हो, जो उनकी समस्याओं को समझे और निराकरण करे. वर्षों से कायम समस्याओं को खत्म करने को लेकर आवाज बनने का काम करे.

मूलभूत सुविधाओं को पूरा करे विधायक
मतदाताओं ने साफ तौर पर कहा कि रोजगार के साधन सृजित करने को लेकर पहल करने वाला विधायक उन्हें जरूरी है. स्वास्थ्य, पेयजल, गंदगी से निजात दिलाने को लेकर जो काम करे, वहीं उनका विधायक होगा. मतदाताओं ने साफ कर दिया कि हम एक कर्मठ और जुझारू व्यक्ति को ही विधायक के रुप में देखना चाहते हैं. खैर आने वाले समय में ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि लोगों की अपेक्षाएं कितनी पूरी होती है और उनके पसंद का विधायक कौन होता है.

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स्टोरी-महागठबंधन को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दिया बयान, कहा- सबसे हो रही बात, बाबूलाल मरांडी ने भी नहीं किया है इंकार
बाइट- रामेश्वर उरांव, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
एंकर- विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन की तस्वीर अब तक साफ नहीं हो सकी है. कांग्रेस पार्टी की ओर से महागठबंधन को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं. लोहरदगा में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा है कि महागठबंधन को लेकर सभी साथी दलों से बात हो रही है. अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है. जल्द ही कोई फैसला हो जाएगा. झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से भी बात हो रही है. उन्होंने अभी तक इस पर ना नहीं कहा है. उम्मीद है कि वह भी महागठबंधन में शामिल होंगे. कुल मिलाकर रामेश्वर उरांव ने महागठबंधन को लेकर साफ तौर पर संकेत दिए हैं कि जल्द ही महागठबंधन की तस्वीर साफ हो जाएगी.

इंट्रो- विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी विधानसभा सीटों को मजबूत करते हुए चुनाव में जीत हासिल करने को लेकर कोशिशें भी तेज कर दी है. इसी क्रम में लोहरदगा के पावरगंज चौक स्थित राजेंद्र भवन में कांग्रेस पार्टी की बैठक हुई. इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव, राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू, कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा मौजूद रहे. बैठक के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए. जिसमें साफ तौर पर कहा गया कि चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार रहना है. कांग्रेस पार्टी इस सीट से हर हाल में जीत हासिल करेगी. रामेश्वर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महागठबंधन को लेकर जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी. हम इसके बहुत करीब पहुंच चुके हैं. कांग्रेस पार्टी चुनाव में जीत हासिल करते हुए रघुवर सरकार को बाहर का रास्ता दिखाने का काम करेगी. कांग्रेस पार्टी अपने सभी साथियों से बात कर रही है. झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से भी बात हो रही है. उन्होंने भी अभी तक महागठबंधन में शामिल होने को लेकर ना नहीं कहा है. उम्मीद है कि वह भी पार्टी के साथ शामिल हो जाएंगे. बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार हो जाने का निर्देश दिया गया. साथ ही कहा कि यह चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण है. एक-एक कार्यकर्ताओं के लिए समर्पित रूप से काम करे.


Body:विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी विधानसभा सीटों को मजबूत करते हुए चुनाव में जीत हासिल करने को लेकर कोशिशें भी तेज कर दी है. इसी क्रम में लोहरदगा के पावरगंज चौक स्थित राजेंद्र भवन में कांग्रेस पार्टी की बैठक हुई. इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव, राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू, कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा मौजूद रहे. बैठक के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए. जिसमें साफ तौर पर कहा गया कि चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार रहना है. कांग्रेस पार्टी इस सीट से हर हाल में जीत हासिल करेगी. रामेश्वर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महागठबंधन को लेकर जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी. हम इसके बहुत करीब पहुंच चुके हैं. कांग्रेस पार्टी चुनाव में जीत हासिल करते हुए रघुवर सरकार को बाहर का रास्ता दिखाने का काम करेगी. कांग्रेस पार्टी अपने सभी साथियों से बात कर रही है. झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से भी बात हो रही है. उन्होंने भी अभी तक महागठबंधन में शामिल होने को लेकर ना नहीं कहा है. उम्मीद है कि वह भी पार्टी के साथ शामिल हो जाएंगे. बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार हो जाने का निर्देश दिया गया. साथ ही कहा कि यह चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण है. एक-एक कार्यकर्ताओं के लिए समर्पित रूप से काम करे.


Conclusion:लोहरदगा में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करते हुए रामेश्वर उरांव ने चुनाव को लेकर तैयार रहने का निर्देश दिया है.
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