लोहरदगा: त्रीस्तरीय पंचायत चुनाव (Panchayat election 2022) के तहत पहले चरण में लोहरदगा जिले के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित किस्को और पेशरार प्रखंड में पंचायत चुनाव होना है. ऐसे में पुलिस प्रशासन के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता और महत्वपूर्ण बात यह है कि इन दोनों प्रखंडों में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से चुनाव संपन्न कराया जाए. इसके लिए लोहरदगा पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है.
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सुरक्षा तंत्र हुआ मजबूत: लोहरदगा में चप्पे-चप्पे पर जिला पुलिस बल और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है. लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. खासकर फोर्स के आने-जाने के रास्ते में लैंडमाइंस और दूसरी घातक चीजों की जांच की जा रही है. सुरक्षा तंत्र को भी मजबूत कर दिया गया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से मिलने वाली हर एक सूचना का सत्यापन किया जा रहा है. पूरे अभियान की मॉनिटरिंग खुद एसपी आर. रामकुमार कर रहे हैं. लोहरदगा पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है. मतदाताओं और मतदान कर्मियों की सुरक्षा को लेकर भी पुलिस प्रशासन सतर्क और सक्रिय है.
दो प्रखंडों में 171 मतदान केंद्रों में होगा चुनाव: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत पहले चरण में होने वाले मतदान को लेकर लोहरदगा जिला प्रशासन की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. लोहरदगा जिला के पेशरार प्रखंड में कुल मतदान केंद्र 62 हैं, जहां कुल मतदाता 20608 हैं. इनमें पुरुषों की संख्या 10657 और महिलाओं की संख्या 9951 है. वहीं, किस्को प्रखंड में कुल मतदान केंद्र 109 हैं, जहां मतदाताओं की संख्या 40802 है. इनमें 20473 पुरुष और 20329 महिला मतदाता हैं. इस प्रकार प्रथम चरण में 171 मतदान केंद्र हैं, जहां कुल मतदाता 61410 है. इस निर्वाचन में कुल 16 निर्वाची पदाधिकारी और 20 सहायक निर्वाची पदाधिकारी हैं.
जिला में कई नक्सल प्रभावित क्षेत्र: दरअसल, लोहरदगा जिला के कई प्रखंड नक्सल प्रभावित हैं. इसमें से किस्को और पेशरार प्रखंड सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं. भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के साथ-साथ जेजेएमपी और टीएसपीसी नक्सली संगठन भी कई क्षेत्रों में सक्रिय है. ऐसे में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता बरतते हुए चुनाव संपन्न कराने को लेकर काम कर रही है. शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से मतदान संपन्न कराना पुलिस प्रशासन की प्राथमिकता होती है.