लोहरदगा: स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और आम आदमी की सांसें हिंदपीढ़ी से संबंधित 20 लोगों के रिपोर्ट के इंतजार पर अटकी हुई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग यह भी कह रहा है कि किसी भी संदिग्ध में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं. रिपोर्ट से ही अंतिम स्थिति तय हो सकती है.
बता दें कि कुल 20 लोगों को हिंदपीढ़ी से आये लोगों के संपर्क में आने की वजह से अलग-अलग तिथियों में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है. इन सभी 20 लोगों पर नजर रखी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग लगातार इन पर नजर बनाए हुए हैं. 20 लोगों में से 7 लोगों का सैंपल जांच के लिए रिम्स भेज जा चुका है. इनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आयी है. जबकि 13 लोगों का सैंपल भेजा जाएगा. ऐसे में कुल 20 लोगों के रिपोर्ट का इंतजार हर किसी को है. सबसे पहले 7 लोग रांची के हिंदपीढ़ी के लोगों के संपर्क में आने के बाद लोहरदगा के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराए गए थे. इसके बाद 13 लोगों को इसी तरह के मामले में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है.
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पहला मामला एक वाहन चालक के जरिए जिला प्रशासन को धोखे में रखकर मेडिकल पास के बहाने कुछ लोगों को हिंदपीढ़ी से लोहरदगा लाने के बाद प्रकाश में आया था. जबकि दूसरा मामला एक शिक्षक के जरिए अपनी बेटी के प्रसव के बाद हिंदपीढ़ी ले जाए जाने और उसके बाद लोहरदगा अलग-अलग तिथियों में परिवार के सदस्यों के हिंदपीढ़ी के लोगों के संपर्क में आने के बाद उन सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है. स्वास्थ्य विभाग सभी संदिग्ध लोगों पर नजर बनाए हुए हैं.
लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग को अब 20 संदिग्ध लोगों के रिपोर्ट का इंतजार है. यह सभी 20 लोग हिंदपीढ़ी के लोगों के संपर्क में आने के बाद आइसोलेशन बोर्ड में भर्ती कराए गए थे. कुछ लोग सीधे-सीधे संपर्क में आए थे. जबकि कुछ लोग संपर्क में आए हुए लोगों के संपर्क में थे.