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झारखंड में चुनाव से पहले बीजेपी का बड़ा दाव, सरना कोड को लेकर राज्य सरकार केंद्र को भेजेगी अनुशंसा - jharkhand mahasamar

सरना कोड को लेकर लोहरदगा के बीजेपी कार्यालय में मंगलवार को सुखदेव भगत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस दौरान सुखदेव भगत ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार को सरना कोड को लेकर अनुशंसा भेजेगी.

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लोहरदगा विधायक सुखदेव भगत
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Published : Nov 26, 2019, 8:55 PM IST

लोहरदगा: झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले बीजेपी ने एक बड़ा दाव खेला है. दरअसल, सरना कोड को लेकर राज्य सरकार केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजेगी. लंबे समय से आदिवासी समाज के लोग जनगणना कॉलम में सरना कोड की मांग कर रहे थे, जिससे आदिवासी समाज को एक धार्मिक पहचान मिल सके. इस बात को लेकर कई बार आंदोलन भी हुए. झारखंड से लेकर दिल्ली तक आदिवासी समाज के लोगों ने अपनी आवाज को बुलंद किया फिर भी अब तक सरना कोड की मांग पूरी नहीं हो सकी थी.

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सरना कोड को किया जाएगा निश्चित
सरना कोड को लेकर लोहरदगा के बीजेपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सुखदेव भगत ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री की ओर से आश्वासन मिला है कि राज्य सरकार केंद्र सरकार को सरना कोड को लेकर अनुशंसा भेजेगी. इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी, विशेषज्ञों और समाज से जुड़े लोगों से भी बात हुई है. साल 2021 में जनगणना होनी है, उससे पहले सारी प्रक्रिया को पूरी करते हुए जनगणना कॉलम के लिए सरना कोड निश्चित किया जाएगा, जिससे आदिवासी समाज को धार्मिक पहचान मिल सके.

ये भी पढ़ें: लातेहारः फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री कांग्रेस के पक्ष में मांगा वोट, कहा- लगता है मुंबई छोड़कर यहीं बस जाऊं


आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय की होगी स्थापना
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुखदेव भगत ने कहा कि बीजेपी की सरकार आदिवासियों के विकास को लेकर लगातार काम कर रही है. आदिवासियों की शिक्षा को लेकर हर प्रखंड में एकलव्य विद्यालय खोले जाने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा भी सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक विकास को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं, जहां दूसरी सरकारों ने कभी भी आदिवासी समाज के विकास को लेकर कोई कदम नहीं उठाया, वहीं बीजेपी की सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय की स्थापना की है. सुखदेव भगता ने कहा कि जल्द ही राज्य स्तर पर अनुसूचित जनजाति आयोग की स्थापना भी की जाएगी जिससे, आदिवासियों को और भी ज्यादा अधिकार मिलेगा.

लोहरदगा: झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले बीजेपी ने एक बड़ा दाव खेला है. दरअसल, सरना कोड को लेकर राज्य सरकार केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजेगी. लंबे समय से आदिवासी समाज के लोग जनगणना कॉलम में सरना कोड की मांग कर रहे थे, जिससे आदिवासी समाज को एक धार्मिक पहचान मिल सके. इस बात को लेकर कई बार आंदोलन भी हुए. झारखंड से लेकर दिल्ली तक आदिवासी समाज के लोगों ने अपनी आवाज को बुलंद किया फिर भी अब तक सरना कोड की मांग पूरी नहीं हो सकी थी.

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सरना कोड को किया जाएगा निश्चित
सरना कोड को लेकर लोहरदगा के बीजेपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सुखदेव भगत ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री की ओर से आश्वासन मिला है कि राज्य सरकार केंद्र सरकार को सरना कोड को लेकर अनुशंसा भेजेगी. इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी, विशेषज्ञों और समाज से जुड़े लोगों से भी बात हुई है. साल 2021 में जनगणना होनी है, उससे पहले सारी प्रक्रिया को पूरी करते हुए जनगणना कॉलम के लिए सरना कोड निश्चित किया जाएगा, जिससे आदिवासी समाज को धार्मिक पहचान मिल सके.

ये भी पढ़ें: लातेहारः फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री कांग्रेस के पक्ष में मांगा वोट, कहा- लगता है मुंबई छोड़कर यहीं बस जाऊं


आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय की होगी स्थापना
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुखदेव भगत ने कहा कि बीजेपी की सरकार आदिवासियों के विकास को लेकर लगातार काम कर रही है. आदिवासियों की शिक्षा को लेकर हर प्रखंड में एकलव्य विद्यालय खोले जाने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा भी सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक विकास को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं, जहां दूसरी सरकारों ने कभी भी आदिवासी समाज के विकास को लेकर कोई कदम नहीं उठाया, वहीं बीजेपी की सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय की स्थापना की है. सुखदेव भगता ने कहा कि जल्द ही राज्य स्तर पर अनुसूचित जनजाति आयोग की स्थापना भी की जाएगी जिससे, आदिवासियों को और भी ज्यादा अधिकार मिलेगा.

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स्टोरी- चुनाव से पहले भाजपा का बड़ा दांव, आदिवासी समाज के सरना कोड की मांग को लेकर केंद्र को प्रस्ताव भेजेगी राज्य सरकार
बाइट-सुखदेव भगत, विधायक, लोहरदगा
एंकर- पहले चरण के मतदान और चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा दांव खेला है. सरना कोड को लेकर राज्य सरकार केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगी. लंबे समय से आदिवासी समाज के लोग जनगणना कॉलम में सरना कोड की मांग कर रहे थे. जिससे आदिवासी समाज को एक धार्मिक पहचान मिल सके. इस बात को लेकर कई बार आंदोलन भी हुए. झारखंड से लेकर दिल्ली तक आदिवासी समाज के लोगों ने अपनी आवाज को बुलंद किया. फिर भी अब तक सरना कोड की मांग पूरी नहीं हो सकी थी.


इंट्रो- अब चुनाव से ठीक पहले भाजपा की ओर से बड़ा दांव खेला गया है. लोहरदगा के भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए सुखदेव भगत ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री की ओर से आश्वासन मिला है कि राज्य सरकार केंद्र सरकार को सरना कोड को लेकर अनुशंसा भेजेगी. इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी, विशेषज्ञों और समाज से जुड़े लोगों से भी बात हुई है. साल 2021 में जनगणना होना है, उससे पहले सारी प्रक्रिया को पूरी करते हुए जनगणना कॉलम के लिए सरना कोड निश्चित किया जाएगा. जिससे आदिवासी समाज को धार्मिक पहचान मिल सके. भगत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आदिवासियों के विकास को लेकर लगातार काम कर रही है. आदिवासियों की शिक्षा को लेकर हर प्रखंड में एकलव्य विद्यालय खोले जाने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा भी सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक विकास को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं. जहां दूसरी सरकारों ने कभी भी आदिवासी समाज के विकास को लेकर कोई कदम नहीं उठाया, वहीं भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय की स्थापना की सरकार की. जल्द ही राज्य स्तर पर अनुसूचित जनजाति आयोग की स्थापना भी की जाएगी. जिससे आदिवासियों को और भी ज्यादा अधिकार मिलेगा. सुखदेव भगत ने कहा कि भाजपा सभी समाज के लोगों के विकास को लेकर काम करती है. इस मौके पर माटी कला बोर्ड के चेयरमैन श्रीचंद प्रजापति, ओमप्रकाश सिंह, राजमोहन राम सहित कई लोग मौजूद थे.


Body:अब चुनाव से ठीक पहले भाजपा की ओर से बड़ा दांव खेला गया है. लोहरदगा के भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए सुखदेव भगत ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री की ओर से आश्वासन मिला है कि राज्य सरकार केंद्र सरकार को सरना कोड को लेकर अनुशंसा भेजेगी. इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी, विशेषज्ञों और समाज से जुड़े लोगों से भी बात हुई है. साल 2021 में जनगणना होना है, उससे पहले सारी प्रक्रिया को पूरी करते हुए जनगणना कॉलम के लिए सरना कोड निश्चित किया जाएगा. जिससे आदिवासी समाज को धार्मिक पहचान मिल सके. भगत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आदिवासियों के विकास को लेकर लगातार काम कर रही है. आदिवासियों की शिक्षा को लेकर हर प्रखंड में एकलव्य विद्यालय खोले जाने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा भी सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक विकास को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं. जहां दूसरी सरकारों ने कभी भी आदिवासी समाज के विकास को लेकर कोई कदम नहीं उठाया, वहीं भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय की स्थापना की सरकार की. जल्द ही राज्य स्तर पर अनुसूचित जनजाति आयोग की स्थापना भी की जाएगी. जिससे आदिवासियों को और भी ज्यादा अधिकार मिलेगा. सुखदेव भगत ने कहा कि भाजपा सभी समाज के लोगों के विकास को लेकर काम करती है. इस मौके पर माटी कला बोर्ड के चेयरमैन श्रीचंद प्रजापति, ओमप्रकाश सिंह, राजमोहन राम सहित कई लोग मौजूद थे.


Conclusion:पहले चरण के मतदान से पहले भाजपा ने बड़ा दांव खेला है. राज्य सरकार की ओर से केंद्र सरकार को जनगणना कॉलम में सरना कोड को लेकर अनुशंसा भेजी जाएगी. सरना कोड लागू होने से आदिवासी समाज को एक धार्मिक पहचान मिल पाएगी. लंबे समय से आदिवासी समाज के लोग इसे लेकर मांग करते रहे हैं.
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