लोहरदगा: झारखंड में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर लगातार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं (Health System) को दुरूस्त किया जा रहा है. सरकार और अधिकारी इस काम को तेजी से अंजाम देने में जुटे हैं. इसी को लेकर रविवार (18 जुलाई) को लोहरदगा पहुंचे स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग झारखंड सरकार के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने झारखंड में डॉक्टरों की कमी की बात को स्वीकार करते हुए विभाग की नीतियों पर सवाल उठाया है.
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अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी
लोहरदगा पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने झारखंड में डॉक्टरों कमी को स्वीकार किया है. उन्होंन कहा स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने को लेकर चिकित्सकों की कमी स्पष्ट रूप से नजर आती है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की नीतियों पर भी सवाल उठाया और कहा कि कहीं ना कहीं हमारी नीतियों में ही कमी है. उन्होंने कहा हम यह देखने का प्रयास कर रहे हैं कि क्यों चिकित्सक हमारी सरकारी व्यवस्था के तहत जुड़ नहीं पाते हैं. हम जल्द ही इसे बेहतर करेंगे. अपर मुख्य सचिव ने नीतियों में सुधार के लिए सुझाव भी मांगा है.
नए सदर अस्पताल के भूमि का निरीक्षण
दरअसल अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अरुण कुमार सिंह सदर अस्पताल के नए भवन और मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए चयनित किए गए भूमि का निरीक्षण के लिए लोहरदगा पहुंचे थे. जमीन के निरीक्षण के बाद उन्होंने पुराने सदर अस्पताल की व्यवस्था का जायजा लिया. अपर मुख्य सचिव ने अस्पताल के खराब हालत को देखते हुए पदाधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई. अस्पताल के किचन में भोजन की व्यवस्था को लेकर भी अपर सचिव ने नाराजगी जाहिर करते हुए दुरूस्त करने का आदेश दिया. उन्होंने नवजात शिशुओं और बच्चों के लिए बने वार्ड और सदर अस्पताल परिसर समेत कई जगहों की भी जांच की.
अपर मुख्य सचिव के साथ मौजूद थे कई अधिकारी
लोहरदगा दौरे में अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अरुण कुमार सिंह के साथ उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो, उप विकास आयुक्त अखौरी शशांक कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ, शंभू नाथ चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल सहित कई दूसरे पदाधिकारी भी मौजूद रहे.