लोहरदगा: जिले के किस्को प्रखंड के परहेपाट पंचायत में संचालित आश्रम विद्यालय के विद्यार्थी धोखाधड़ी से परेशान हैं. विद्यार्थियों का आरोप है कि उनका नामांकन तो एकलव्य विद्यालय में लिया गया था, लेकिन अब उन्हें आश्रम विद्यालय में रखकर पढ़ना पड़ रहा है. इस बारे में कई बार उन्होंने विभाग को अवगत कराया है.
कल्याण विभाग के माध्यम से आश्रम और एकलव्य विद्यालय का संचालन होता है. उनके स्कूल में न तो शिक्षा की बेहतर व्यवस्था है और न ही खेल का संसाधन. खाना भी मीनू के अनुसार नहीं मिल पाता है. पहले भी उन्होंने उपायुक्त से गुहार लगाई है, लेकिन उनकी बात सुनी नहीं गई. सैकड़ों की संख्या में आश्रम विद्यालय के विद्यार्थी उपायुक्त कार्यालय पहुंचे थे.
विद्यार्थियों ने उपायुक्त से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया. उपायुक्त को बताया कि उन्हें विद्यालय में बेहतर संसाधन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. जिसकी वजह से उनका भविष्य उन्हें अंधकार में नजर आ रहा है. विद्यालय में 12वीं तक की पढ़ाई भी नहीं होती है. ऐसे में आगे वे जाएंगे तो जाएंगे कहां. विद्यार्थियों का कहना है कि जब वे अपने हक अधिकार को लेकर शिकायत करते हैं तो उन्हें कहा जाता है कि स्कूल से निकाल दिया जाएगा. एक बार स्कूल से निकाल देने पर उनका कहीं नामांकन भी नहीं होगा. विद्यार्थियों ने खुलकर उपायुक्त को अपनी समस्याओं से अवगत कराया है.
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इस मामले में जिला कल्याण पदाधिकारी का कहना है कि उन्होंने विद्यार्थियों की समस्याओं को सुना है. वह खुद विद्यालय जाकर पूरी समस्याओं से अवगत होंगे. यदि जरूरत पड़ी तो वह विभाग को भी समस्या से अवगत कराएंगे. विद्यार्थियों के साथ किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देंगे.