लोहरदगा: राज्य में धान खरीद में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आयी है. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीद कर उन्हें मुनाफा पहुंचाने की राज्य सरकार की कोशिशों को फर्जी किसानों ने चोट पहुंचाया है. 65 हजार फर्जी किसानों ने सरकारी सुविधा का गलत लाभ उठाते हुए सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया. अब पूरे मामले की जांच करके फर्जी किसानों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
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फर्जी किसानों पर होगी कार्रवाई
झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉक्टर रामेश्वर उरांव ने पूरे मामले में कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि काफी संख्या में फर्जी किसानों ने फर्जी जमीन रसीद दिखाकर हजारों क्विंटल धान को सरकारी दामों पर बेचा है. सरकार वैसे किसानों को चिन्हित कर रही है जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
लोहरदगा में भी हुई धांधली
एमएसपी पर धान खरीद में धांधली का मामला लोहरदगा में भी सामने आया है. सेन्हा के एक किसान द्वारा धान बिक्री की जांच की जा रही है. मंत्री ने साफ तौर पर कहा है कि हम दो सौ क्विंटल से ज्यादा धान एक किसान से नहीं लेंगे. यदि किसी किसान के पास इससे ज्यादा उत्पादन होता है तो हम उसके कागजातों की जांच कराएंगे. वह किसान अधिकारी से मिलेगा और जब हम संतुष्ट हो जाएंगे तब उससे 200 क्विंटल से भी ज्यादा धान खरीद करेंगे. मंत्री ने कहा है कि इस प्रकार के फर्जी किसानों की वजह से ही असली किसान सरकार की योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं.