लोहरदगा: हेमंत सोरेन सरकार के एक साल के कार्यकाल को लेकर झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा है कि हम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद लक्ष्य के काफी करीब पहुंच गए हैं. चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम महीनों में हम लक्ष्य को हासिल कर लेंगे. हमने कोरोना जैसी महामारी से लड़ते हुए काफी हद तक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने और विकास को गति देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य के विकास को लेकर हम पूरे समर्पण भाव के साथ काम कर रहे हैं.
लॉकडाउन में खाद्य की समस्या
खाद्य मंत्री ने कहा कि विगत 25 मार्च 2020 को कोरोना संक्रमण का दौर शुरू होने के बाद यहां की जनता को सबसे अधिक आवश्यकता अनाज और रोजगार की थी. लॉकडाउन लगने की वजह से लोग अपने गांव, अपने घर वापस लौटे थे. ऐसे में उन्हें रोजगार की आवश्यकता थी. सरकार ने दोनों ही विषयों को गंभीरता से लेते हुए जनता को रोजगार और अनाज उपलब्ध कराने का काम किया.
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सरकार ने दिया रोजगार
डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि मनरेगा के तहत 7 लाख मानव दिवस का सृजन करते हुए लोगों को रोजगार देने का काम किया है. पूर्ववर्ती सरकारों में खाद-बीज को लेकर काफी हंगामा हुआ करता था. सरकार ने खुद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए समय पर खाद उपलब्ध कराते हुए किसानों को उपलब्ध कराने का प्रयास किया, जिससे की किसानों को समय पर खाद उपलब्ध हो सका.
वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर कराया उपलब्ध
स्वास्थ्य विभाग में उपलब्ध संसाधनों को बताते हुए मंत्री ने कहा कि पहले स्वास्थ्य विभाग में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं था. खुद राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू ने लोहरदगा में वेंटिलेटर उपलब्ध कराया. इसके बाद राज्य सरकार की ओर से भी वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया है. आज स्वास्थ्य विभाग बेहद मजबूती की स्थिति में है. लोगों को दवाओं की कमी नहीं है. कुल मिलाकर राज्य सरकार ने जनता की हर समस्याओं का समाधान करते हुए विकास के पथ पर आगे बढ़ने का काम किया है.