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गुस्से में पिता ने अपने लाल को उतार दिया था मौत के घाट, कब्र खोद पुलिस ने निकाला राज

29 जनवरी को सरस्वती पूजा के दिन एक बच्चे की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या से पुलिस ने पर्दा उठा लिया है. बता दें कि पिता ने ही गुस्से में अपने बेटे की टांगी से हमला कर हत्या कर दी थी. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

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कब्र से निकाला गया शव
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Published : Feb 18, 2020, 6:26 PM IST

लोहरदगा: जिले के किस्को थाना अंतर्गत पाखर छोटकी मडुआ पाट में विगत 29 जनवरी को सरस्वती पूजा के दिन एक बच्चे की हत्या कर दी गई थी. हत्या की इस घटना को बच्चे के पिता ने ही अंजाम दिया था. घटना के 14 दिन बाद लोगों को पता चला कि पिता ने अपने बच्चे का नरबलि दे दिया है. इसके बाद तो जैसे लोहरदगा पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए थे.

देखें पूरी खबर

टीम गठित कर कार्रवाई

सुदूरवर्ती घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस के लिए पहुंचना भी बड़ी चुनौती थी. लोहरदगा एसपी प्रियदर्शी आलोक ने एसडीपीओ जितेंद्र कुमार सिंह और किस्को अंचल के पुलिस निरीक्षक सीएम हांसदा के नेतृत्व में टीम गठित करते हुए मामले के उद्भेदन का निर्देश दिया था. पुलिस की टीम ने बड़ी ही सतर्कता के साथ गांव पहुंचकर जंगल से कब्र से बच्चे का शव बरामद किया. जब कब्र से बच्चे का शव निकाला गया तो हकीकत सामने आ गई.

ये भी पढ़ें- DEO कार्यालय के बड़ा बाबू की संदेहास्पद मौत, उन्हीं के गैरेज में मिला शव

पूछताछ में खुलासा

पुलिस ने मृतक की मां पूनम नगेशिया और गांव के अन्य लोगों से भी पूछताछ की. यह स्पष्ट हुआ कि बच्चे की नरबलि नहीं दी गई थी, बल्कि पिता ने गुस्से में आकर अपने बच्चे की हत्या कर दी थी.

कब्र से निकाला गया शव

हत्यारे नरेंद्र नगेशिया ने अपनी मोटरसाइकिल जलने के बाद गुस्से में आकर अपने ढाई साल के बेटे अनिल नगेशिया की टांगी से सिर में वार कर हत्या कर दी थी. साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से अनिल के शव को घर से कुछ दूर ले जाकर जंगल में एक कब्र में दफना दिया था. आदिवासी परंपरा के अनुसार कब्र में शव के साथ नरेंद्र ने एक मुर्गी, बर्तन और यहां तक कि जिस मोबाइल फोन से वह बात करता था, उसे भी दफना दिया था. इन सभी चीजों को पुलिस ने बरामद कर लिया है.

ये भी पढ़ें- बाबूलाल की हुई घर वापसी, JVM का बीजेपी में हुआ विलय

आरोपी पिता गिरफ्तार

पूछताछ में भी सभी ने स्वीकार किया है कि सरस्वती पूजा के दिन बच्चे आंगन में खेल रहे थे. इसी दौरान नरेंद्र की मोटरसाइकिल में आग लग गई थी. जब नरेंद्र घर लौटा तो अपनी मोटरसाइकिल को जलते देख कर आग बबूला हो उठा. उसने गुस्से में घर के आंगन में रखे टांगी से अपने बेटे अनिल के सिर में वार कर दिया था. जिससे मौके पर ही अनिल की मौत हो गई थी. घटना के 17 दिनों के बाद मंगलवार को पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रांची रिम्स भेज दिया है. प्रारंभिक जांच में किसी भी तरह से नरबलि का मामला स्पष्ट नहीं हुआ है. मामले में आरोपी पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

लोहरदगा: जिले के किस्को थाना अंतर्गत पाखर छोटकी मडुआ पाट में विगत 29 जनवरी को सरस्वती पूजा के दिन एक बच्चे की हत्या कर दी गई थी. हत्या की इस घटना को बच्चे के पिता ने ही अंजाम दिया था. घटना के 14 दिन बाद लोगों को पता चला कि पिता ने अपने बच्चे का नरबलि दे दिया है. इसके बाद तो जैसे लोहरदगा पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए थे.

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टीम गठित कर कार्रवाई

सुदूरवर्ती घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस के लिए पहुंचना भी बड़ी चुनौती थी. लोहरदगा एसपी प्रियदर्शी आलोक ने एसडीपीओ जितेंद्र कुमार सिंह और किस्को अंचल के पुलिस निरीक्षक सीएम हांसदा के नेतृत्व में टीम गठित करते हुए मामले के उद्भेदन का निर्देश दिया था. पुलिस की टीम ने बड़ी ही सतर्कता के साथ गांव पहुंचकर जंगल से कब्र से बच्चे का शव बरामद किया. जब कब्र से बच्चे का शव निकाला गया तो हकीकत सामने आ गई.

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पूछताछ में खुलासा

पुलिस ने मृतक की मां पूनम नगेशिया और गांव के अन्य लोगों से भी पूछताछ की. यह स्पष्ट हुआ कि बच्चे की नरबलि नहीं दी गई थी, बल्कि पिता ने गुस्से में आकर अपने बच्चे की हत्या कर दी थी.

कब्र से निकाला गया शव

हत्यारे नरेंद्र नगेशिया ने अपनी मोटरसाइकिल जलने के बाद गुस्से में आकर अपने ढाई साल के बेटे अनिल नगेशिया की टांगी से सिर में वार कर हत्या कर दी थी. साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से अनिल के शव को घर से कुछ दूर ले जाकर जंगल में एक कब्र में दफना दिया था. आदिवासी परंपरा के अनुसार कब्र में शव के साथ नरेंद्र ने एक मुर्गी, बर्तन और यहां तक कि जिस मोबाइल फोन से वह बात करता था, उसे भी दफना दिया था. इन सभी चीजों को पुलिस ने बरामद कर लिया है.

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आरोपी पिता गिरफ्तार

पूछताछ में भी सभी ने स्वीकार किया है कि सरस्वती पूजा के दिन बच्चे आंगन में खेल रहे थे. इसी दौरान नरेंद्र की मोटरसाइकिल में आग लग गई थी. जब नरेंद्र घर लौटा तो अपनी मोटरसाइकिल को जलते देख कर आग बबूला हो उठा. उसने गुस्से में घर के आंगन में रखे टांगी से अपने बेटे अनिल के सिर में वार कर दिया था. जिससे मौके पर ही अनिल की मौत हो गई थी. घटना के 17 दिनों के बाद मंगलवार को पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रांची रिम्स भेज दिया है. प्रारंभिक जांच में किसी भी तरह से नरबलि का मामला स्पष्ट नहीं हुआ है. मामले में आरोपी पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

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