लोहरदगा: जिला के सेरेंगदाग थाना अंतर्गत शाहीघाट के समीप नक्सलियों ने पुलिस टीम को लक्ष्य कर ग्रेनेड फेंका, साथ ही ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए पुलिस टीम को निशाना बनाया. नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. अगर पुलिस की टीम सक्रिय नहीं होती तो कई जवानों की जान जा सकती थी. पुलिस की टीम ने समय रहते मुकाबला करते हुए नक्सलियों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. जिला पुलिस बल और सैप के 7 जवानों ने नक्सलियों से लोहा ले लिया. पुलिस की सक्रियता की वजह से कई लोगों की जान बच गई.
लोहरदगा जिला के सेरेंगदाग थाना अंतर्गत शाहीघाट के समीप जिस चौराहे पर नक्सलियों ने पुलिस टीम पर हमला बोला, वह चौराहा आमतौर पर लोगों से भी भरा रहता है. वह चौराहा सुरक्षित माना जाता है. इसी चौराहे को नक्सलियों ने पुलिस टीम पर हमले के लिए चुना. नक्सलियों को यह भरोसा ही नहीं था कि पुलिस की टीम पलटवार कर देगी, जिससे नक्सलियों की योजना विफल हो गई. पुलिस की जवाबी कार्रवाई ने नक्सलियों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. कहा जा रहा है कि एक नक्सली को गोली भी लगी है, जिसे लेकर नक्सली भागने पर मजबूर हो गए.
पुलिस की सक्रियता से टली बड़ी घटना
दोनों ओर से 2 हजार राउंड फायरिंग हुई है. जिला पुलिस बल का एक जवान लापता हो गया था. लापता जवान कृष्णा उरांव को एक घंटे के बाद सर्च अभियान में सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया. खुद डीआईजी अखिलेश झा, एसपी प्रियंका मीना नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी अभियान में जुटे हुए हैं. लोहरदगा में नक्सली वारदात की घटना ने पुलिस टीम के होश उड़ा दिए हैं. पुलिस टीम को लक्ष्य कर नक्सलियों ने ग्रेनेड हमला किया. साथ ही फायरिंग भी की. इस घटना में दो पुलिस के जवान घायल हो गए. पुलिस की ओर से नक्सलियों को करारा जवाब दिया गया. नक्सलियों की बड़ी योजना विफल हो गई. पुलिस की सक्रियता से बड़ी घटना टल गई.