लोहरदगा: भाकपा माओवादी नक्सली संगठन द्वारा बुलाए गए बंद का लोहरदगा में असर नजर आ रहा है. बंद के दूसरे दिन भी लोहरदगा में इसका यातायात, परिवहन पर असर देखा गया. हालांकि बाजार में भीड़भाड़ भी कम देखी गई. सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं. लोहरदगा रेलवे स्टेशन सहित तमाम संवेदनशील स्थानों में पुलिस बल की तैनाती की गई है. सुरक्षा को लेकर लगातार गश्त भी की जा रही है. नक्सली बंद को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से पहले ही सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट पर हैं.
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बड़े यात्री वाहन नहीं चले: भाकपा माओवादी द्वारा बुलाए गए बंद का सबसे अधिक असर यात्री वाहनों के परिचालन पर देखा गया है. लोहरदगा से होकर गुमला, रांची, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों के लिए वाहनों का आवागमन होता है. लोहरदगा कई बड़े राज्यों में आने जाने के लिए मुख्य मार्ग है. यहां से होकर तीन एनएच गुजरते हैं. यहां पर हर दिन हजारों वाहनों का परिचालन होता है. लेकिन माओवादी बंद के कारण वाहनों के पहिए थमे रहे. जिसका सबसे अधिक असर यात्रियों को झेलना पड़ा है. बड़े यात्री वाहनों का परिचालन नहीं होने के कारण यात्रियों को रेल मार्ग के माध्यम से राजधानी रांची तक का सफर तय करना पड़ा है.
बस का परिचालन नहीं होने से बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ जाने वाले लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी है. बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा है, लोग परेशान दिखाई दे रहे हैं. रमजान का महीना होने के बावजूद बाजार व्यवस्था पर इस बंद का असर नजर आ रहा है. हालांकि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखाई दी. जगह-जगह पुलिस तैनात है.