लोहरदगा: जिले में योजना कार्य करा रहे मुंशी सहित चार लोग पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के नाम पर संवेदक से लेवी की मांग कर रहे थे. पुलिस ने जब मामले का अनुसंधान किया तो सारा राज खुल गया. इस दौरान पुलिस ने मुंशी सहित चार लोगों को धर दबोचा. यह निर्माण कार्य जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र में कराया जा रहा था. यह क्षेत्र नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. ऐसे में योजना कार्य करा रहे मुंशी और अन्य लोगों ने संवेदक से लेवी मांगने की कोशिश की थी.
लोहरदगा में पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के नाम पर लेवी मांग
लोहरदगा के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्र पेशरार थाना क्षेत्र के केरार गोमोटोली में पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के नाम पर लेवी मांगने के मामले में पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इस कार्य को करा रहे मुंशी ने ही लेवी को लेकर साजिश रची थी. पुलिस ने इस मामले में योजना कार्य के मुंशी सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में पेशरार थाना क्षेत्र के केरार गोमोटोली निवासी मुंशी अनेश्वर उरांव, इंद्रदेव उरांव, सोमनाथ खेरवार और विवेक उरांव शामिल है. यह कार्य लोहरदगा निवासी सिकंदर महतो की ओर से कराई जा रही है.
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मुंशी ने संवेदक से लेवी वसूल को लेकर रची थी साजिश
पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के नाम पर लेवी मांगने की साजिश योजना के मुंशी अनेश्वर उरांव ने रची गई थी. इस योजना में संवेदक ने इंद्रदेव उरांव, सोमनाथ खेरवार और विवेक उरांव को किसी कारण से योजना कार्य से निकाल दिया गया था. इसके बाद मुंशी ने संवेदक से लेवी वसूल करने को लेकर साजिश रची थी. इसी क्रम में 9 दिसंबर को अनेश्वर उरांव की ओर से एक पर्चा संवेदक को दिया गया था, जिसमें कहा गया था कि पीएलएफआई उग्रवादी संगठन को योजना राशि का दस प्रतिशत लेवी के रुप में 15 दिसंबर तक देना होगा. उग्रवादी के नाम पर पर्चा पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के शशि के नाम पर दिया गया था. पैसा नहीं देने पर काम बंद करने की चेतावनी दी गई थी. इसे लेकर संवेदक ने पेशरार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस ने मामले में अनुसंधान शुरू किया तो पूरा मामला साफ हो गया.