लोहरदगा: कोविड-19 वैक्सीन के नाम पर कहीं आपसे भी तो ओटीपी नहीं मांगा गया है. अगर आपके पास भी इस प्रकार का फोन आ रहा है तो आप जरा सावधान हो जाइए. आप साइबर क्राइम के शिकार हो सकते हैं. लोहरदगा में तीन ग्रामीण ऐसी ठगी का शिकार हुए हैं.
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कोरोना वैक्सीन के नाम पर ठगीः लोहरदगा जिला के किस्को थाना क्षेत्र के नारी नवाडीह गांव के तीन ग्रामीणों से कोविड-19 वैक्सीन के नाम पर 23 हजार 610 रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर किस्को थाना पुलिस से शिकायत की है. बताया जा रहा है कि किस्को थाना के नारी नावाडीह गांव के रहने वाले अनवर अंसारी से 7000 रुपये, समीउल्लाह अंसारी से 10 हजार 600 रुपये और उमेश यादव से 6010 रुपये की ठगी की गई है.
ऐसे हुई ठगीः ठगी का शिकार हुए ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें मोबाइल पर कॉल आया था. जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि वह सदर अस्पताल से बोल रहा है. क्या उन्होंने कोविड-19 का दूसरा डोज ले लिया है. ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने दूसरा डोज ले लिया है, तब फोन करने वाले ने कहा की ठीक है, आपके मोबाइल पर एक ओटीपी जा रही है, उसे आप बताइए. जैसे ही ग्रामीणों ने ओटीपी सामने वाले को बताया, वैसे ही उनके खाते से राशि कट गई.
साइबर ठगी का शिकार होने के बाद ग्रामीण परेशान हो गए. तीनों लोग सीधा सदर अस्पताल लोहरदगा पहुंचे. जहां उन्होंने यह पता करने की कोशिश की कि क्या उन्हें सदर अस्पताल से फोन किया गया था और क्या कोविड-19 के नाम पर कोई पैसा लिया जा रहा है. जब उन्हें पता चला कि इस प्रकार का कोई फोन नहीं किया जा रहा और ना ही पैसा लिया जा रहा है, तब ग्रामीणों को समझ में आ गया कि वह साइबर क्राइम का शिकार बन चुके हैं.
ऐसे बचेंः ऐसे साइबर ठगी से बचने का सबसे कारगर उपाय है कि आप अपना ओटीपी किसी से भी शेयर ना करें. अगर किसी तरह के कॉल आपको आते हैं तो उसकी सूचना तुरंत संबंधित थाना के साइबर सेल या बैंक को जरूर दें. इसके अलावा सरकारी संस्था की वेबसाइट पर जाकर भी इसकी सत्यता की जांच की जा सकती है. जिससे आपको पता चलेगा कि ये कॉल ठगी के लिए या वाकई आपको संस्था की ओर से कॉल आ रहा है.