लोहरदगा: जिला में वन विभाग की टीम गुप्त सूचना पर छापेमारी के लिए गयी थी. इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ कि वन विभाग और पुलिस की टीम को बेहद सूझबूझ के साथ कदम उठाना पड़ा. वन विभाग की टीम ने छापेमारी की प्रक्रिया को पूरा किया. भारी मात्रा में लकड़ी भी जब्त किया गया. मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. वन विभाग की इस छापेमारी से लकड़ी के अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया है.
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कार्रवाई के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन: वन प्रमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि लोहरदगा जिले के बगड़ू थाना क्षेत्र के चरहु गांव में मंसूर अंसारी के घर में लकड़ियों की चिराई चल रही है. जिसके बाद वन विभाग द्वारा मामले की सूचना बगड़ू थाना प्रभारी को भी दी गई. इसके बाद पुलिस और मोटरसाइकिल दस्ता मौके पर पहुंची. साथ ही वन विभाग की एक छापेमारी टीम का गठन कर संयुक्त रूप से छापेमारी अभियान चलाया गया. छापेमारी की टीम जब चरहु गांव में मंसूर अंसारी के घर पर पहुंची तो आरोपी के द्वारा ग्रामीणों को उकसा कर छापेमारी को रोकने की कोशिश की गई.
वन विभाग की कार्रवाई को लेकर ग्रामीण काफी उग्र हो रहे थे. लेकिन वन विभाग और पुलिस की टीम ने सूझबूझ का परिचय देते हुए ग्रामीणों को समझा कर अपनी कार्रवाई को पूरा किया. साथ ही आरोपी के घर से भारी मात्रा में साल की लकड़ी जब्त की गई. मामले में मंसूर अंसारी पर भारतीय वन अधिनियम की धारा 1927 के तहत कार्रवाई की जा रही है. छापेमारी टीम में शामिल वनरक्षी किशोर नंद कुमार का कहना है कि ग्रामीणों को भड़का कर छापेमारी रोकने की कोशिश की गई थी.
हालांकि वन विभाग और पुलिस की टीम ने मामले को संभाल लिया है. वन विभाग द्वारा पुलिस बल के सहयोग से छापेमारी को पूरा किया गया है. साथ ही भारी मात्रा में लकड़ी जब्त की गई है. उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में जंगलों की कटाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बता दें कि इसी तरह का मामला कुछ समय पहले भी बगड़ू थाना इलाके में ही प्रकाश में आया था.