लोहरदगा: शहरी क्षेत्र के किस्को मोड़ का रहने वाला एक व्यक्ति दिल्ली में एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था. 16 जून को उस व्यक्ति ने दिल्ली में ही कोरोना की जांच कराई थी. जांच में वह पॉजिटिव पाया गया था. इसके बाद उसे क्वॉरेंटाइन किया गया था. लेकिन वह व्यक्ति दिल्ली से भागकर एक प्राइवेट टैक्सी से लोहरदगा पहुंच गया. इसके बाद 18 जून से लेकर 30 जून तक लोहरदगा के किस्को मोड़ में अपने किराए के मकान में पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहा था.
जब उस व्यक्ति को अपनी तबीयत बिगड़ने का एहसास हुआ तो वह सीधे सदर अस्पताल लोहरदगा पहुंच गया. उसने सदर अस्पताल लोहरदगा में कोरोना जांच करने का अनुरोध किया. जब पता चला कि वह व्यक्ति कोरोना संक्रमित है और भागकर दिल्ली से लोहरदगा पहुंचा है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से फिर एक बार उसकी ट्रूनेट मशीन के माध्यम से कोरोना जांच की जगई. इस जांच में फिर एक बार वह व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसकी पत्नी और दोनों बच्चों को भी क्वॉरेंटाइन कर दिया है.