लोहरदगा: लोहरदगा में रामनवमी जुलूस पर बीते दिन हुए पथराव, आगजनी के बाद भड़की हिंसा को काबू करने के लिए जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. इसी के साथ रविवार आधी रात से इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगा दी गई है. साथ ही लोहरदगा की स्थिति को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर भी रोक लगा दी गई है. ऐसा करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है. पूरा लोहरदगा छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
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इधर लोहरदगा जिले के हिंसा प्रभावित करीब छह गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है. तमाम लोग घर छोड़कर भाग गए हैं और दूसरे गांवों में शरण ली है. सदर थाना क्षेत्र के भोक्ता बगीचा, हिरही, कुजरा, भोक्ता बगीचा सहित अन्य गांवों में पुलिस बल की तैनाती की गई है. डीएसपी परमेश्वर प्रसाद, सदर अंचलाधिकारी अरुण तिर्की सहित कई दंडाधिकारी भी इन गांव में मुस्तैद हैं. सबसे पहले एसडीओ की ओर से इन्हीं गांवों में धारा 144 लागू की गई. इसके बाद हिंसा की स्थिति को देखते हुए पूरे लोहरदगा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई.
चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है. रैपिड एक्शन फोर्स के जवान भी लोहरदगा पहुंच चुके हैं. इसके अलावा एसपी और डीआईजी रैंक के कई अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी लोहरदगा में हो चुकी है. साथ ही खुद डीआईजी सुनील भास्कर पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. लोहरदगा जिले के हिंसा प्रभावित गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है. ज्यादातर लोग घर बंद कर किसी दूसरे गांव में पलायन कर चुके हैं.
इधर लोहरदगा जिले में सांप्रदायिक हिंसा में घायलों का रांची के रिम्स और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है. हिंसा की इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. वहीं दो लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है.