लोहरदगा: जिले में अक्सर मानव तस्करी (Human Trafficking) के मामले सामने आते हैं. इसे लेकर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (Anti Human Trafficking Unit) लगातार सक्रिय रहती है. मानव तस्करी रोकने के लिए कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी काम कर रही है. इसके बावजूद लोहरदगा में मानव तस्करी थमने का नाम नहीं ले रहा. रविवार को भी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने रांची रेलवे स्टेशन (Ranchi Railway Station) से राजधानी एक्सप्रेस में बैठने से पहले लोहरदगा के पांच नाबालिग बच्ची का रेस्क्यू किया है. नाबालिगों को रेस्क्यू किए जाने के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है.
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नाबालिग को ही बनाया मानव तस्करी का माध्यम
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने रांची रेलवे स्टेशन से पांच नाबालिग बच्ची का रेस्क्यू किया है. पांचों में से एक नाबालिग ही चार नाबालिगों को रोजगार का लालच देकर दिल्ली ले जा रही थी. पांचों नाबालिग सेन्हा थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव क रहने वाली है. दिल्ली ले जाने से पहले ही एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने पांचों नाबालिगों को रोक लिया. इस मामले में पुलिस ने लोहरदगा शहरी क्षेत्र के रहने वाले एक बिचौलिया दानिश खान को भी गिरफ्तार किया गया है. जबकि पुलिस ने एक नाबालिक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बाल सुधार गृह रांची भेज दिया. शेष चार नाबालिग को काउंसलिंग के बाद उनके परिजनों के सौंपा जाएगा.
नाबालिग के माध्यम से पहली बार मानव तस्करी
ह्यूमन ट्रैफिकिंग मामले में चौंकाने वाली बात यह रही है कि अब तक नाबालिगों को रोजगार के नाम पर बरगलाने वाले लोग महिलाएं और पुरुष होते थे, जो रुपए और रोजगार का लालच देकर नाबालिगों को दूसरे प्रदेश में ले जाते थे. पहली बार ऐसा हुआ है कि एक नाबालिग को ही मानव तस्करी का माध्यम बनाया गया. पूरे मामले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट कार्रवाई कर रही है.