लोहरदगा: जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की स्थिति को देखते हुए फिर एक बार अधिवक्ताओं ने 20 अगस्त तक न्यायिक कार्य से अपने आपको अलग रखने का फैसला लिया है. जिला अधिवक्ता संघ के सचिव अजय कुमार ने इस संबंध में प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश को पत्र प्रेषित करते हुए स्थिति से अवगत कराया है. पत्र की प्रतिलिपि उपायुक्त, अनुमंडल दंडाधिकारी, अवर निबंधक पदाधिकारी को भी भेजी गई है. पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस का संक्रमण हर दिन बढ़ता ही जा रहा है. शहर के कई इलाकों में कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए बैरिकेडिंग करते हुए उसे बंद कर दिया गया है.
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इससे आवागमन अवरुद्ध हो गया है. ऐसी स्थिति में जिला अधिवक्ता संघ के अधिवक्ता 10 अगस्त से लेकर 20 अगस्त तक सभी तरह के न्यायिक कार्य से अपने आपको अलग रखेंगे. ऐसी स्थिति में न्यायालयों में किसी भी विवाद में कोई आदेश पारित करना न्याय हित में उचित नहीं होगा. उपरोक्त परिस्थिति में कोविड-19 का प्रभाव को समाप्त करने को लेकर सभी का सहयोग अपेक्षित है. प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश से अनुरोध किया गया है कि 20 अगस्त तक के लिए वादों में कोई कठोर आदेश पारित नहीं करने की कृपा की जाए.
लोहरदगा में कोरोना वायरस केस
बता दें कि लोहरदगा में कुल कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 2917 है. इसमें 973 कोरोना मरीज स्वस्थ हो गए हैं. जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 1944 है. वहीं, जिले में अभी तक कोरोना वायरस से 67 मरीजों की मौत हो चुकी है. वहीं, झारखंड की बात करें तो झारखंड में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. हालात लगातार भयावह होते जा रहे हैं. रविवार को 530 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं. अब राज्य में संक्रमण का आंकड़ा बढ़कर 18,156 पहुंच गया है. इनमें कुल 8,998 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं. वहीं, राज्य में कोरोना से अब तक 177 लोगों की मौत हो चुकी है. अब तक राज्य में कुल 3,80,330 लोगों की कोरोना जांच कराई गई है. अगर बात करें झारखंड में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट की तो यह 49.38% है. वहीं, राज्य में मृत्यु दर 0.97% हो गई है.