लातेहार: सरकार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना लातेहार जिले में धरातल पर उतरने तो लगी है. लेकिन कुछ लोगों की मनमानी के कारण ग्रामीणों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. लातेहार सदर प्रखंड के मुरुप गांव में ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है. यहां एक व्यक्ति की मनमानी के कारण ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं.
जलसहिया के घर के पास बना है पानी टंकीः दरअसल, सदर प्रखंड के डीही मूरूप गांव में नल-जल योजना के तहत गांव के जलसहिया के घर के पास ही एक पानी टंकी का निर्माण कराया गया है. इस पानी टंकी से गांव के लगभग 25 परिवारों को पानी सप्लाई की जाती है. लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि जिस व्यक्ति के घर के पास पानी टंकी का निर्माण कराया गया है उसने पूरी पानी टंकी पर अपना कब्जा जमा लिया है. इस कारण ग्रामीणों को पानी के लिए पूरी तरह एक व्यक्ति के रहमोकरम पर रहना पड़ रहा है.
पानी सप्लाई में मनमानी का लगाया आरोपः ग्रामीण बताते हैं कि जब यह योजना आरंभ की गई थी तो शुरुआत के दो दिनों तक उन्हें जरूरत के मुताबिक पानी उपलब्ध करायी गई, लेकिन बाद में पानी सप्लाई करने में मनमानी की जाने लगी. वर्तमान में स्थिति तो यह हो गई है कि दिन भर में दो-तीन घंटे भी पानी सप्लाई नहीं की जाती.
मुरुप गांव के लोगों को योजना का नहीं मिल रहा लाभः इस संबंध में ग्रामीण अनिल भुइयां, छोटू कुमार, कुंती देवी ने बताया कि गांव में नल-जल योजना के तहत घर-घर में नल तो लगा दिया गया है. इसके बावजूद पानी की कमी दूर नहीं हो रही है. नल में पानी सप्लाई काफी कम समय के लिए किया जाता है. जिससे लोग पानी के लिए दिनभर परेशान रहते हैं.
ग्रामीणों के विरोध का भी असर नहींः स्थानीय ग्रामीण मोहम्मद मोतिकुर रहमान बताते हैं कि उन्होंने पानी बंद करने का जब विरोध किया तो गांव की जलसहिया उनसे ही उलझ गईं. मोहम्मद रहमान ने बताया कि विरोध करने पर यह कहा जाता है कि टंकी अपने घर के पास बनवाए हैं. ग्रामीणों को जो पानी दे रहे हैं, वह एक प्रकार से एहसान ही कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत विभाग के पदाधिकारियों से भी की गई है.
शिकायत मिलते ही सक्रिय हुआ विभागः इधर, इस संबंध में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता जितेंद्र कुजुर ने कहा कि आज ही इस मामले की जानकारी उन्हें प्राप्त हुई है. मामले की जांच करायी जाएगी. उन्होंने कहा कि नल-जल योजना की शुरुआत ही इसलिए हुआ है ताकि ग्रामीणों को घर-घर पानी की सप्लाई की जाए. पूरे मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
योजना की मॉनिटरिंग की है जरूरतः सरकार की नल-जल योजना लातेहार जिले में धरातल पर उतरने तो लगी है, लेकिन जरूरत इस बात की है कि पदाधिकारी इस योजना की लगातार मॉनिटरिंग करें, ताकि ग्रामीणों को इस योजना का पूरा लाभ मिल सके.