लातेहार: झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति नई दिशा के तहत लातेहार में नक्सली संगठन जेजेएमपी (Naxalite organization JJMP) के सब जोनल कमांडर संजय प्रजापति ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. संजय प्रजापति दो लाख रुपए का इनामी है. शनिवार को आत्मसमर्पण के बाद डीआईजी राजकुमार लकड़ा, एसपी अंजनी अंजन और सीआरपीएफ के कमांडेंट ऋषि राज सहाय ने संजय प्रजापति को बुके देकर उसका सम्मान किया. आत्मसमर्पण करने के बाद संजय प्रजापति को पुलिस की ओर से नई दिशा नीति के तहत घोषित सभी प्रकार के लाभ देने की बात कही गई.
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कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुका है संजय: दरअसल संजय प्रजापति लातेहार के छिपादोहर थाना क्षेत्र अंतर्गत नावाडीह गांव का रहने वाला है. यह नक्सली संगठन जेजेएमपी से जुड़कर साल 2013 से नक्सली कांडों में संलिप्त था. इस दौरान संजय प्रजापति ने कई नक्सली घटनाओं को अंजाम भी दिया था. जिला के छिपादोहर थाना में संजय प्रजापति के खिलाफ दो नामजद प्राथमिकी भी दर्ज है. पुलिस को कई दिनों से इसकी तलाश थी.
संजय प्रजापति ने अपने साथियों से की यह अपील: संजय प्रजापति ने आत्मसमर्पण करने के बाद बताया कि सरकार के आत्मसमर्पण नीति के साथ-साथ परिवार और पुलिस अधिकारियों के हौसला अफजाई के कारण उसने आत्मसमर्पण कर उग्रवाद का रास्ता छोड़ दिया है. संजय प्रजापति ने कहा कि उग्रवाद का रास्ता कभी भी बेहतर नहीं हो सकता. हमेशा खतरा और बेचैनी बनी रहती है. ऐसे में वह अपने सभी साथियों से अपील करना चाहते हैं कि जो भी लोग रास्ता भटक कर उग्रवाद के रास्ते पर चल पड़े हैं, वह सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं और मुख्यधारा में लौटे.
उग्रवाद का रास्ता छोड़ना ही अंतिम विकल्प: डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने कहा कि संजय प्रजापति सरकार की नई दिशा नीति से प्रभावित होकर उग्रवाद का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में शामिल हुआ है. उन्होंने कहा कि अन्य उग्रवादियों को भी इससे सीख ले कर मुख्यधारा में लौट जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उग्रवाद का रास्ता छोड़ना ही अंतिम विकल्प है.
मुख्यधारा में लौटने की अपील: एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि नक्सली संगठन से जुड़े लोग उग्रवाद का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा से जुड़े और देश के विकास में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति नई दिशा का लाभ लेकर उग्रवादी मुख्यधारा में आ सकते हैं और सभ्य समाज में नए रूप से जीवन आरंभ कर सकते हैं. प्रशासन मुख्यधारा में लौटने वाले नक्सलियों को पूर्ण सहयोग करने को तैयार है.