लातेहारः जिला पर्यटन के दृष्टिकोण से धरती का छुपा हुआ स्वर्ग है. जिला के हर कदम पर प्रकृति की अनुपम सुंदरता दिखाई देती है. प्रचार-प्रसार के अभाव में लातेहार जिला का पर्यटन व्यवसाय काफी मंदा है. ऐसे में उपायुक्त अबु इमरान ने जिला के पर्यटन स्थलों को देश के मानचित्र पर चित्रित करने के लिए नई योजना तैयार की है. इसके तहत सबसे पहले लातेहार में पर्यटन सुविधा केंद्र की स्थापना की गई.
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डीसी की पहल पर शुरू हुआ पर्यटन सुविधा केंद्र
जिला में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उपायुक्त अबु इमरान ने जिला में पर्यटन सुविधा केंद्र की स्थापना करवाई है. इस केंद्र के माध्यम से पर्यटक जिला के सभी पर्यटन स्थलों की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा पर्यटन स्थलों में रहने और खाने की बुकिंग भी पर्यटन केंद्र के माध्यम से आसानी से कर सकते हैं.
पर्यटकों के लिए हेल्पडेस्क नंबर 9835744182 भी किया गया जारी
डीसी ने बाहरी पर्यटकों की सुविधा के लिए एक हेल्पडेस्क नंबर 9835744182 भी जारी किया है. इस नंबर पर फोन कर पर्यटक जहां सभी पर्यटन स्थलों की जानकारी ले सकेंगे. अपनी सुविधानुसार आवश्यक सेवाओं की बुकिंग भी करवा सकेंगे.
पर्यटन केंद्र की दीवारों पर बनाई गई है पर्यटन स्थलों की जीवंत तस्वीर
जिला अनुमंडल कार्यालय के ऊपरी तल्ले पर बनाए गए पर्यटन सुविधा केंद्र की दीवारों को पूरी तरह पर्यटन स्थलों के रंग में रंग दिया गया है. केंद्र की दीवारों पर पर्यटन स्थलों की जीवंत तस्वीर पेंटिंग के माध्यम से लगाई गई है. पूरा पर्यटन केंद्र पर्यटन स्थलों के रंग में रंगा हुआ है. ऐसे में पर्यटक इसके अंदर में जाकर जिला के पर्यटन स्थलों की पेंटिंग के माध्यम से दीदार भी कर सकते हैं.
क्या कहते हैं डीसी
इस संबंध में डीसी अबु इमरान ने कहा कि जिला में पर्यटन के विकास की असीम संभावनाएं हैं. ऐसे में पर्यटकों को सुविधा बहाल कर पर्यटन को बढ़ावा देना उनका पहला उद्देश्य है. पर्यटन केंद्र के माध्यम से पर्यटकों को सभी प्रकार की जानकारी के साथ-साथ आवश्यक सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी.
पर्यटन स्थलों से संबंधित नहीं मिलती जानकारी
लातेहार के नेतरहाट और बेतला नेशनल पार्क के संबंध में कई राज्य के लोग जानते हैं. इन दोनों पर्यटन स्थलों की पहचान झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, ओडिशा जैसे राज्यों तक पहुंच चुकी है. लेकिन यहां कैसे पहुंचा जाए और यहां रहने खाने की कैसे व्यवस्था की जाए? इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं रहने से पर्यटक चाह कर भी यहां आने से वंचित रह जाते हैं. पर्यटन स्थलों का हब होने के बावजूद लातेहार जिला में पर्यटन से संबंधित कोई भी विभाग कार्यरत नहीं था. जिससे लोगों को पर्यटन स्थलों से संबंधित विशेष जानकारी नहीं हो पाती थी.