पलामूः लातेहार के महुआडांड़ में हुए नक्सल हमले को टॉप माओवादी छोटू सिंह खरवार ने अंजाम दिया है. छोटू खरवार के साथ 15 से 20 अन्य माओवादी इस हमले में शामिल थे. दरसअल, लातेहार के महुआडांड के सरनाडीह में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी पुल निर्माण कार्य में लगे चार ट्रैक्टर और एक पोकलेन को फूंक दिया है. माओवादियों ने इलाके में एक लंबे अरसे के बाद इस तरह की हिंसक घटना को अंजाम दिया है. जिस इलाके में इस घटना को अंजाम दिया गया है वह छत्तीसगढ़ सीमा से नजदीक है.
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घटना के बाद माओवादियों के खिलाफ सर्च अभियान शुरूः घटना में बाद इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है और माओवादियों के खिलाफ बड़ा सर्च अभियान शुरू किया गया है. इस सर्च अभियान में सीआरपीएफ, जगुआर, आईआरबी और जिला बल के जवानों को तैनात किया गया है. पलामू रेंज के आईजी राजकुमार लकड़ा ने बताया कि माओवादियों को लेवी मिलना बंद हो गया है. इस कारण वे बौखलाहट में हैं. घटना के बाद इलाके में सर्च अभियान शुरू किया गया है, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
ऑक्टोपस के बाद पहली बार 15 से 20 की संख्या में दिखे माओवादीः सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार लातेहार के महुआडांड हमले में बूढ़ापहाड़ से निकल कर भागे माओवादी भी शामिल हैं. बूढ़ापहाड़ पर सितंबर 2022 में माओवादियों के खिलाफ अभियान ऑक्टोपस शुरू किया गया था. अभियान के बाद माओवादी इलाके को छोड़ कर भाग गए थे और मौका मिलते ही यह हमला किया है.
बूढापहाड़ से भागे नक्सली भी इस हमले में शामिलः बूढ़ापहाड़ से निकल कर कुछ माओवादी छोटू खरवार के साथ हो गए हैं. छोटू खरवार पर राज्य सरकार ने 15 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है. छोटू माओवादियों के कोयल शंख जोन का इंचार्ज है. इस जोन के तहत लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, लातेहार के इलाके आते हैं. मिली जानकारी के अनुसार बूढ़ापहाड़ से निकल कर छोटू खरवार के साथ पांच की संख्या नक्सली शामिल हैं.