ETV Bharat / state

खूबसूरती की मिसाल है झारखंड की रानी 'नेतरहाट कॉरिडोर', मनोरम नजारों की है भरमार

Netarhat corridor of Latehar. खूबसूरत नजारों के शौकीन हैं तो जरूर घूमिए झारखंड का नेतरहाट कॉरिडोर. लातेहार जिले में स्थित इस कॉरिडोर में पहुंचते ही आपका मन रोमांचित हो जाएगा. झारखंड की रानी कहे जाने वाले इस जगह से आपकी नजरें नहीं हटेंगी.

Netarhat in Latehar
झारखंड का नेतरहाट कॉरिडोर
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 31, 2023, 2:29 PM IST

झारखंड का नेतरहाट कॉरिडोर

लातेहारः नव वर्ष के आगमन के साथ ही पर्यटन स्थल गुलजार हो जाते हैं. इसी कड़ी में झारखंड का सबसे विख्यात पर्यटन स्थल नेतरहाट कॉरिडोर पर्यटकों की पहली पसंद है. नए वर्ष में पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए उन्हें सुविधा और सुरक्षा देने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है.

दरअसल नेतरहाट का कॉरिडोर अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता के कारण झारखंड के अलावे बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ समेत आसपास के इलाकों में काफी प्रसिद्ध है. झारखंड की रानी के रूप में विख्यात नेतरहाट जहां अपने सुहाने मौसम और खूबसूरत वादियों को लेकर पर्यटकों की पहली पसंद है. वहीं नेतरहाट के आसपास स्थित लोध फॉल, सुगा बांध, मिर्चाइया फॉल आदि वॉटरफॉल पर्यटन के दृष्टिकोण से झारखंड के सर्वोत्तम स्थलों में से एक है. वहीं बेतला नेशनल पार्क एक ऐसा पार्क है जहां खुले में जंगली जानवर विचरण करते हैं. यहां खुले में जानवरों को जंगल में घूमता देखकर पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं.

होटल में नहीं है जगहः झारखंड के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नेतरहाट में सभी होटल और लॉज में एडवांस बुकिंग चल रहा है. नेतरहाट के एक प्रसिद्ध होटल संचालक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि आगामी 5 जनवरी तक नेतरहाट के लगभग सभी होटल के कमरे एडवांस बुक हैं. उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी तक की बुकिंग दो से तीन माह पहले ही हो जाती है.

नेतरहाट से आरंभ होता है कॉरिडोरः नेतरहाट कॉरिडोर नेतरहाट से आरंभ होता है. रांची- लोहरदगा घाघरा- बनारी के रास्ते से या फिर रांची- लातेहार- सरयू -बनारी के रास्ते आसानी से नेतरहाट पहुंचा जा सकता है. रांची से नेतरहाट की दूरी लगभग 180 किलोमीटर है. वहीं लातेहार जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 80 किलोमीटर है. नेतरहाट में सूर्योदय और सूर्यास्त देखना पर्यटकों को रोमांचित करता है. इसके अलावा नेतरहाट स्कूल, सैले हाउस, अपर तथा लोअर घघरी, नाशपाती बागान आदि घूमने के प्रमुख स्थान हैं.

नेतरहाट से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर महुआडांड़ होते लोध फॉल स्थित है जो झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात है. यहां से वापस महुआडांड़ होते हुए सुगा बांध पहुंचा जा सकता है. महुआडांड़ से सुग्गा बांध की दूरी लगभग 13 किमी है. यहां संगमरमर सी चमकती हुई पत्थरों पर पानी का तेज बहाव और नीचे गिरता हुआ झरना पर्यटकों का मन मोह लेता है. यहां से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर मिर्चियां फॉल है. इसके बाद गारू होते हुए बेतला नेशनल पार्क पहुंचा जा सकता है. जो मिर्चियां फॉल से लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है. बेतला पार्क घूमने के बाद पास में ही स्थित पलामू किला घूमने पर्यटक जरूर जाते हैं. इसके पश्चात बेतला से दुबियाखांड़ पहुंच कर एनएच 39 से वापस रांची लौट सकते हैं.

पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन अलर्टः इधर पर्यटकों को सुरक्षा और सुविधा देने के लिए पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है. पर्यटकों की सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई कमी ना हो इसके लिए सभी थाना को अलर्ट कर दिया गया है. इसके अलावे सभी पर्यटन स्थलों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. वहीं लातेहार डीसी हिमांशु मोहन ने कहा कि नेतरहाट आने वाले कुछ दिनों में पूरे देश में पर्यटन की दृष्टि प्रचलित स्थल होगा. उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए यहां जिला प्रशासन के साथ-साथ पर्यटन विभाग के द्वारा भी कई महत्वपूर्ण कार्य यहां किए जा रहे हैं. आने वाले दिनों में नेतरहाट की पहचान देश स्तर पर होने लगेगी. नेतरहाट कॉरिडोर पहाड़ियों और गहरी खाइयो के बीच स्थित है. इन स्थानों पर पर्यटकों को भी सावधानी बरतनी पड़ती है.

ये भी पढ़ेंः

हजारीबाग का कैनेरी हिल पिकनिक स्पॉट, प्राकृतिक छटा और विहंगम दृश्य

प्रकृति की गोद में बसा है हजारीबाग का बैलगिरी जलप्रपात, नजारा ऐसा कि रोम-रोम हो जाए आनंदित

नए साल को लेकर कोडरमा के पिकनिक स्पॉट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस जवानों की होगी तैनाती, ड्रोन कैमरे से की जाएगी निगरानी

झारखंड का नेतरहाट कॉरिडोर

लातेहारः नव वर्ष के आगमन के साथ ही पर्यटन स्थल गुलजार हो जाते हैं. इसी कड़ी में झारखंड का सबसे विख्यात पर्यटन स्थल नेतरहाट कॉरिडोर पर्यटकों की पहली पसंद है. नए वर्ष में पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए उन्हें सुविधा और सुरक्षा देने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है.

दरअसल नेतरहाट का कॉरिडोर अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता के कारण झारखंड के अलावे बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ समेत आसपास के इलाकों में काफी प्रसिद्ध है. झारखंड की रानी के रूप में विख्यात नेतरहाट जहां अपने सुहाने मौसम और खूबसूरत वादियों को लेकर पर्यटकों की पहली पसंद है. वहीं नेतरहाट के आसपास स्थित लोध फॉल, सुगा बांध, मिर्चाइया फॉल आदि वॉटरफॉल पर्यटन के दृष्टिकोण से झारखंड के सर्वोत्तम स्थलों में से एक है. वहीं बेतला नेशनल पार्क एक ऐसा पार्क है जहां खुले में जंगली जानवर विचरण करते हैं. यहां खुले में जानवरों को जंगल में घूमता देखकर पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं.

होटल में नहीं है जगहः झारखंड के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नेतरहाट में सभी होटल और लॉज में एडवांस बुकिंग चल रहा है. नेतरहाट के एक प्रसिद्ध होटल संचालक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि आगामी 5 जनवरी तक नेतरहाट के लगभग सभी होटल के कमरे एडवांस बुक हैं. उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी तक की बुकिंग दो से तीन माह पहले ही हो जाती है.

नेतरहाट से आरंभ होता है कॉरिडोरः नेतरहाट कॉरिडोर नेतरहाट से आरंभ होता है. रांची- लोहरदगा घाघरा- बनारी के रास्ते से या फिर रांची- लातेहार- सरयू -बनारी के रास्ते आसानी से नेतरहाट पहुंचा जा सकता है. रांची से नेतरहाट की दूरी लगभग 180 किलोमीटर है. वहीं लातेहार जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 80 किलोमीटर है. नेतरहाट में सूर्योदय और सूर्यास्त देखना पर्यटकों को रोमांचित करता है. इसके अलावा नेतरहाट स्कूल, सैले हाउस, अपर तथा लोअर घघरी, नाशपाती बागान आदि घूमने के प्रमुख स्थान हैं.

नेतरहाट से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर महुआडांड़ होते लोध फॉल स्थित है जो झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात है. यहां से वापस महुआडांड़ होते हुए सुगा बांध पहुंचा जा सकता है. महुआडांड़ से सुग्गा बांध की दूरी लगभग 13 किमी है. यहां संगमरमर सी चमकती हुई पत्थरों पर पानी का तेज बहाव और नीचे गिरता हुआ झरना पर्यटकों का मन मोह लेता है. यहां से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर मिर्चियां फॉल है. इसके बाद गारू होते हुए बेतला नेशनल पार्क पहुंचा जा सकता है. जो मिर्चियां फॉल से लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित है. बेतला पार्क घूमने के बाद पास में ही स्थित पलामू किला घूमने पर्यटक जरूर जाते हैं. इसके पश्चात बेतला से दुबियाखांड़ पहुंच कर एनएच 39 से वापस रांची लौट सकते हैं.

पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन अलर्टः इधर पर्यटकों को सुरक्षा और सुविधा देने के लिए पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है. पर्यटकों की सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई कमी ना हो इसके लिए सभी थाना को अलर्ट कर दिया गया है. इसके अलावे सभी पर्यटन स्थलों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. वहीं लातेहार डीसी हिमांशु मोहन ने कहा कि नेतरहाट आने वाले कुछ दिनों में पूरे देश में पर्यटन की दृष्टि प्रचलित स्थल होगा. उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए यहां जिला प्रशासन के साथ-साथ पर्यटन विभाग के द्वारा भी कई महत्वपूर्ण कार्य यहां किए जा रहे हैं. आने वाले दिनों में नेतरहाट की पहचान देश स्तर पर होने लगेगी. नेतरहाट कॉरिडोर पहाड़ियों और गहरी खाइयो के बीच स्थित है. इन स्थानों पर पर्यटकों को भी सावधानी बरतनी पड़ती है.

ये भी पढ़ेंः

हजारीबाग का कैनेरी हिल पिकनिक स्पॉट, प्राकृतिक छटा और विहंगम दृश्य

प्रकृति की गोद में बसा है हजारीबाग का बैलगिरी जलप्रपात, नजारा ऐसा कि रोम-रोम हो जाए आनंदित

नए साल को लेकर कोडरमा के पिकनिक स्पॉट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस जवानों की होगी तैनाती, ड्रोन कैमरे से की जाएगी निगरानी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.