लातेहार: केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक गांव को पक्की सड़क से जोड़ने की योजना को अपनी प्राथमिकता बताते नहीं थकती है. लेकिन सरकार का यह दावा लातेहार जिला मुख्यालय से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भूसूर पंचायत के सरईडीह गांव तक आते आते फेल हो जाती है. इस गांव का आलम यह है कि आजादी के 73 साल बाद भी यह गांव पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाई है.
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सालों भर परेशान रहते हैं ग्रामीण
यहां के ग्रामीण सालों भर परेशान रहते हैं. ग्रामीण फूलमती देवी ने कहा कि इस गांव में सबसे अधिक परेशानी सड़क की है. सड़क के अभाव में ग्रामीणों का विकास वंचित है. ग्रामीण रीता देवी ने कहा कि बरसात के दिनों में ग्रामीण गांव में पूरी तरह बंधक बन जाते हैं. बीमारी या प्रसव पीड़ा के दौरान महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी होती है. वहीं ग्रामीण सूबेदार सिंह ने कहा कि लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों के अलावे सरकारी अधिकारियों से भी सड़क की मांग की लेकिन आज तक उनकी मांग नहीं पूरी की गई है. ग्रामीण राकेश सिंह ने कहा कि सड़क नहीं होने के कारण गांव का विकास पूरी तरह रुक गया है.
जल्द बनेगी गांव में सड़क
इस संबंध में जब लातेहार प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश कुमार रजक से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही गांव में सड़क का निर्माण करवाया जाएगा. इसके अलावा ग्रामीणों को अन्य सरकारी सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी.