लातेहार: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नक्सलियों के ओर से पोस्टर चिपकाकर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ दुष्प्रचार और लोगों को धमकी दिए जाने का मामला अक्सर प्रकाश में आते रहता है. पोस्टर चिपकाकर अपनी बातों को लोगों तक पहुंचाने का तरीका ग्रामीण क्षेत्रों में काफी सरल समझा जाता है. अब तक नक्सली इसी का फायदा उठाकर पोस्टर बाजी करते रहते थे, लेकिन अब पुलिस ने इसी पोस्टर वार के माध्यम से नक्सलियों के साम्राज्य को ध्वस्त करने की योजना तैयार कर ली है.
लातेहार जिला पूरी तरह से नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी नक्सलियों की चहलकदमी रहती है. कई लोग तो हार्डकोर नक्सली रहने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में आम ग्रामीणों की तरह घूमते हैं. ऐसे में नक्सलियों को ग्रामीणों के बीच एक्सपोज करने की योजना के तहत पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ पोस्टर वार शुरू किया है. पुलिस ने जिले के लगभग सभी सार्वजनिक स्थानों पर हार्डकोर और इनामी नक्सलियों की तस्वीर समेत पोस्टर लगाकर आम लोगों से अपील की है, कि संबंधित नक्सलियों की सूचना देने पर ग्रामीणों को इनाम दिया जाएगा. पुलिस के इस पोस्टर वार से उग्रवादियों के साम्राज्य पर खतरा मंडराने लगा है.
नक्सलियों का पता बताने वालों को मिलेगा इनाम
नक्सलियों की पहचान के लिए उनके फोटो के साथ पोस्टर में संबंधित नक्सली पर सरकार के द्वारा जारी किए गए इनाम की राशि भी दर्ज की गई है. पोस्टरों को गांव-गांव में लगाकर पुलिस ग्रामीणों से अपील कर रही है कि संबंधित उग्रवादियों की सूचना दें, सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी. इतना ही नहीं, बल्कि नक्सलियों पर घोषित इनाम भी सूचना देने वाले व्यक्ति को दी जाएगी.
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सभी संगठनों के नक्सलियों की सूची हुई है जारी
पुलिस के ओर से पोस्टर के माध्यम से माओवादी के साथ-साथ टीएसपीसी और जेजेएमपी के इनामी उग्रवादियों की तस्वीर समेत पोस्टर जारी की गई है.
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
पलामू प्रमंडल के डीआईजी आरके लकड़ा ने कहा कि कई नक्सली आज छद्म भेष में ग्रामीणों के बीच आते जाते रहते हैं, पुलिस पोस्टर के माध्यम से ग्रामीणों से अपील कर रही है कि नक्सलियों की सूचना पुलिस को दें. उन्होंने कहा कि पोस्टर के माध्यम से ग्रामीणों के बीच नक्सलियों की पहचान कराई जा रही है, ताकि वह व्यक्ति अगर गांव में दिखे तो ग्रामीण इसकी सूचना पुलिस तक पहुंचा दें, पूरे मामले में ग्रामीणों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रहेगी, वहीं सूचित करने वाले ग्रामीण को इनाम भी दिया जाएगा.