लातेहार: जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के बरवाताड़ गांव निवासी रामप्रसाद कोरबा की हत्या की गुत्थी लोहरदगा पुलिस ने सुलझा ली है. रामप्रसाद की हत्या ओझा-गुनी के शक में कर दी गई थी. मंगलवार को पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए हत्या के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपियों ने रामप्रसाद कोरबा की हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया था.
तीन दिन पूर्व बुजुर्ग का कुएं में मिला था शवः दरअसल, तीन दिन पूर्व छिपादोहर थाना क्षेत्र के बरवाताड़ गांव के निकट स्थित एक कुएं में वृद्ध का शव मिला था. सूचना मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी थी. इसके लिए एक एसआईटी गठित की गई थी और पूरे मामले की छानबीन आरंभ की गई. छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक रामप्रसाद कोरबा झाड़-फूंक का कार्य भी करता था.
गुप्त सूचना पर पुलिस को मिली सफलताः इस बिंदु को ध्यान में रख कर पुलिस ने जांच आरंभ कर दी है. इसी बीच गुप्त सूचना और शक के आधार पर पुलिस ने गांव के रहने वाले एक ही परिवार के मधेसर लोहरा, विनोद लोहरा, लालमोहन लोहरा और दीपक लोहरा को हिरासत में लेकर पूछताछ आरंभ की. पूछताछ के क्रम में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन लोगों ने ही रामप्रसाद कोरबा की हत्या की है.
विनोद अपने बेटे की मौत का जिम्मेदार रामप्रसाद को समझता थाः इधर, इस संबंध में एसडीपीओ दिल्लू लोहरा ने बताया कि कुछ दिन पहले विनोद लोहरा के पुत्र ने आत्महत्या कर ली थी. वह मानसिक विक्षिप्त हो गया था. बेटे की मौत के बाद पूरे परिवार को संदेह था कि रामप्रसाद कोरबा नहीं भूत पूजा कर उसके बेटे की मानसिक की स्थिति खराब कर दी थी और आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया था.
रामप्रसाद और मधेसर के बीच जमीन का भी विवाद चल रहा थाः एसडीपीओ ने बताया कि रामप्रसाद कोरबा और मधेसर लोहरा के परिवार के बीच जमीन का भी कुछ विवाद चल रहा था. विनोद लोहरा के पुत्र की मौत के बाद परिजनों को पूरा संदेह था कि रामप्रसाद ने ही भूत पूजा कर विनोद के बेटे को मार डाला है. इसी मामले को लेकर चारों आरोपियों ने राम प्रसाद कोरबा को पकड़ कर उसे लाठी-डंडे से जमकर पीटा और उसकी हत्या कर साक्ष्य मिटाने के लिए उसके शव को कुएं में फेंक दिया गया था.मामले के उद्भेदन में एसडीपीओ दिल्लू लोहरा, पुलिस इंस्पेक्टर अनिल उरांव, थाना प्रभारी अभिषेक कुमार, सब इंस्पेक्टर रंजीत राम, काशी महली, राजेश कुमार आदि की भूमिका सराहनीय रही.