लातेहार: सबका साथ और सबका विकास का नारा देकर भले ही सरकार विकास के लाख दावे कर ले. लेकिन परंतु इन दावों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है, इन्हीं दावों की पोल लातेहार प्रखंड के जाराम गांव के पास सुकरी नदी में खड़ा अधूरा पुल खोल रहा है. बरसात आते ही इस नदी के पार रहने वाले हजारों लोग विकास से तो वंचित हो ही जाते हैं, 4 महीनों तक इन गांव के लोगों का साथ भी बाकी दुनिया से छूट जाता है.
दरअसल, सदर प्रखंड के जारम गांव के पास सुकरी नदी में वर्ष 2004 में ही पुल निर्माण का कार्य शुरू हुआ था. इस पुल के बन जाने से लगभग 5000 से अधिक लोगों को फायदा मिलता. लेकिन पुल का निर्माण पूरा नहीं हो पाया. जिससे ग्रामीणों की समस्या धरी की धरी रह गई. ग्रामीण महिला सुमंती देवी ने कहा कि बरसात में वे लोग काफी परेशान रहते हैं, नदी में पानी आ जाने पर कभी-कभी तो रात भर पेड़ के नीचे नदी में पानी कम होने के इंतजार मैं बैठे रहते हैं.
ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी BJP, मिशन-65 के लिए BJYM को मिला टॉस्क
वहीं, मीना देवी ने कहा कि वे लोग बरसात के दिनों में छोटी छोटी चीजों के लिए भी तरस जाते हैं. नदी में पानी आने पर गांव में ही रहने को विवश हो जाते हैं. रमेश सिंह ने कहा कि पुल के अभाव में वे लोग पूरे बरसात भर परेशान रहते हैं कई लोग तो नदी पार होने के दौरान नदी में डूब भी जाते हैं. ग्रामीण मनोज सिंह ने कहा कि पुल नहीं बनने के कारण लगभग 5000 से अधिक लोग परेशान रहते हैं.
वहीं, इस संबंध में जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद साहू ने कहा कि यह मामला काफी गंभीर है. इसे जिला परिषद की बैठक में उठाकर पुल को अविलंब बनवाया जाएगा. वही पुल निर्माण में लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई भी की जाएगी.