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Naxal Attack in Jharkhand: लातेहार में घंटों नक्सलियों ने मचाया उत्पात, डर के साए में कटी मजदूरों की रात

लातेहार के महुआडांड़ में नक्सलियों ने फिर अपनी मौजूदगी का अहसास कराया है. सड़क निर्माण कंपनी की साइट पर घंटे भर नक्सली उत्पात मचाते रहे. मजदूरों को पीटा और कई गाड़ियों में आग लगा दी.

Naxalites beat laborers in Latehar
Naxalites beat laborers in Latehar
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Published : May 26, 2023, 10:40 AM IST

लातेहारः जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत सरनाडीह गांव के पास पुल निर्माण कार्य में नक्सलियों के द्वारा हिंसक कार्रवाई किए जाने के बाद घटनास्थल पर मौजूद मजदूर रात भर डर के साए में रहे. नक्सलियों ने इस दौरान पुल निर्माण कार्य में लगे एक पोकलेन मशीन और चार ट्रैक्टरों को जला दिया. वहीं निर्माण कार्य स्थल पर मौजूद कई मजदूरों की पिटाई भी की. नक्सलियों के इस हिंसक कार्रवाई के बाद वहां उपस्थित मजदूर रात भर एक कमरे में दुबके रहे.

ये भी पढ़ेंः Naxal Attack in Jharkhand: लातेहार में नक्सलियों का उत्पात, पोकलेन और ट्रैक्टर को जलाया

दरअसल महुआडांड़ अनुमंडल मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सरनाडीह गांव के पास पुल निर्माण का कार्य चल रहा है. बीती रात लगभग 11बजे अत्याधुनिक हथियार से लैस नक्सली पुल निर्माण स्थल पर पहुंचे थे. नक्सलियों ने इस दौरान निर्माण कार्य स्थल पर मौजूद मजदूरों की पिटाई की और निर्माण कार्य में लगे एक पोकलेन तथा चार ट्रैक्टरों को जला दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार की सुबह थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की छानबीन की.

वाहन से तेल निकालकर लगाई आगः घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने चश्मदीद मजदूरों से जब पूछताछ की, तो वहां उपस्थित मजदूरों ने बताया कि गुरुवार की रात अचानक 10-15 की संख्या में हथियार से लैस नक्सली अचानक साइड पर पहुंचे थे. उस दौरान मजदूर एक कमरे में सो रहे थे. नक्सली दरवाजा खोलते हुए कमरे में पहुंचे और सभी मजदूरों से मोबाइल मांगा. मोबाइल देने में थोड़ी देर हुई तो नक्सलियों ने 4 मजदूरों की लोहे की रॉड से पिटाई कर दी. इसके बाद सभी मजदूरों ने अपने मोबाइल नक्सलियों को दे दिया. मोबाइल लेने के बाद नक्सलियों ने सभी मजदूरों को कमरे से बाहर निकाला और पोकलेन चालक के संबंध में पूछने लगे. मजदूरों ने बताया कि पोकलेन चालक यहां से लगभग 2 किलोमीटर दूर गांव में रहता है. इसके बाद नक्सलियों ने साइड पर खड़े वाहनों से तेल निकाला और सभी गाड़ियों में तेल छिड़क दिया. उसके बाद एक साथ सभी वाहनों में आग लगा दी.

1 घंटे तक घटनास्थल पर रुके नक्सलीः मजदूरों ने बताया कि वाहनों में आग लगाने के बाद नक्सली सभी मजदूरों को लेकर एक तरफ चले गए. उसके बाद लगभग 1 घंटे तक नक्सली घटना स्थल पर ही जमे रहे. जब वाहन पूरी तरह जल गए तो नक्सलियों ने सभी मजदूरों को धमकी दी कि चुपचाप जाकर कमरे में सो जाएं किसी को कोई खबर ना दें. उसके बाद नक्सलियों ने मजदूरों के मोबाइल को लौटा दिया और सभी को कमरे में भेज दिया. नक्सलियों के जाने के काफी देर के बाद किसी प्रकार हिम्मत कर घटना की जानकारी ठेकेदार को दी. उसके बाद डर के मारे तुरंत मोबाइल भी ऑफ कर लिया.

बड़ी संख्या में थे नक्सलीः प्रत्यक्षदर्शी मजदूरों ने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए लगभग 10 से 15 की संख्या में नक्सली घटना स्थल पर आए थे. परंतु आसपास के इलाके में टॉर्च तथा अन्य लाइट की रोशनी आ रही थी. जिससे ऐसा लग रहा था कि आसपास बड़ी संख्या में नक्सली जमे हुए हैं. घटना के बाद मजदूर किसी प्रकार जागकर रात बिताई.

लेवी के लिए दिया गया घटना को अंजामः इधर सूत्रों की माने तो नक्सलियों ने इस घटना को लेवी के लिए अंजाम दिया है. सूत्र बताते हैं कि घटना को माओवादियों ने अंजाम दिया है. इस इलाके में अभी भी माओवादियों की चहलकदमी देखी जाती है. अपनी उपस्थिति को दर्ज कराने के लिए माओवादियों ने इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया है. हालांकि पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है, जल्द ही इसका खुलासा भी हो जाएगा.

कमजोर होते माओवादियों ने दिखाई ताकतः पुलिसिया अभियान के बाद कमजोर हो चुके माओवादियों ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति का अहसास कराया है. बताते चलें कि यह इलाका पूर्व में माओवादियों का गढ़ हुआ करता था. उनके आदेश के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता था. परंतु पुलिस के द्वारा चलाए गए लगातार अभियान के बाद माओवादी काफी कमजोर हो गए. परंतु इस प्रकार की घटना को अंजाम देकर माओवादी अपनी उपस्थिति को भी दर्ज कराते रहते हैं.

लातेहारः जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत सरनाडीह गांव के पास पुल निर्माण कार्य में नक्सलियों के द्वारा हिंसक कार्रवाई किए जाने के बाद घटनास्थल पर मौजूद मजदूर रात भर डर के साए में रहे. नक्सलियों ने इस दौरान पुल निर्माण कार्य में लगे एक पोकलेन मशीन और चार ट्रैक्टरों को जला दिया. वहीं निर्माण कार्य स्थल पर मौजूद कई मजदूरों की पिटाई भी की. नक्सलियों के इस हिंसक कार्रवाई के बाद वहां उपस्थित मजदूर रात भर एक कमरे में दुबके रहे.

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दरअसल महुआडांड़ अनुमंडल मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सरनाडीह गांव के पास पुल निर्माण का कार्य चल रहा है. बीती रात लगभग 11बजे अत्याधुनिक हथियार से लैस नक्सली पुल निर्माण स्थल पर पहुंचे थे. नक्सलियों ने इस दौरान निर्माण कार्य स्थल पर मौजूद मजदूरों की पिटाई की और निर्माण कार्य में लगे एक पोकलेन तथा चार ट्रैक्टरों को जला दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार की सुबह थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की छानबीन की.

वाहन से तेल निकालकर लगाई आगः घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने चश्मदीद मजदूरों से जब पूछताछ की, तो वहां उपस्थित मजदूरों ने बताया कि गुरुवार की रात अचानक 10-15 की संख्या में हथियार से लैस नक्सली अचानक साइड पर पहुंचे थे. उस दौरान मजदूर एक कमरे में सो रहे थे. नक्सली दरवाजा खोलते हुए कमरे में पहुंचे और सभी मजदूरों से मोबाइल मांगा. मोबाइल देने में थोड़ी देर हुई तो नक्सलियों ने 4 मजदूरों की लोहे की रॉड से पिटाई कर दी. इसके बाद सभी मजदूरों ने अपने मोबाइल नक्सलियों को दे दिया. मोबाइल लेने के बाद नक्सलियों ने सभी मजदूरों को कमरे से बाहर निकाला और पोकलेन चालक के संबंध में पूछने लगे. मजदूरों ने बताया कि पोकलेन चालक यहां से लगभग 2 किलोमीटर दूर गांव में रहता है. इसके बाद नक्सलियों ने साइड पर खड़े वाहनों से तेल निकाला और सभी गाड़ियों में तेल छिड़क दिया. उसके बाद एक साथ सभी वाहनों में आग लगा दी.

1 घंटे तक घटनास्थल पर रुके नक्सलीः मजदूरों ने बताया कि वाहनों में आग लगाने के बाद नक्सली सभी मजदूरों को लेकर एक तरफ चले गए. उसके बाद लगभग 1 घंटे तक नक्सली घटना स्थल पर ही जमे रहे. जब वाहन पूरी तरह जल गए तो नक्सलियों ने सभी मजदूरों को धमकी दी कि चुपचाप जाकर कमरे में सो जाएं किसी को कोई खबर ना दें. उसके बाद नक्सलियों ने मजदूरों के मोबाइल को लौटा दिया और सभी को कमरे में भेज दिया. नक्सलियों के जाने के काफी देर के बाद किसी प्रकार हिम्मत कर घटना की जानकारी ठेकेदार को दी. उसके बाद डर के मारे तुरंत मोबाइल भी ऑफ कर लिया.

बड़ी संख्या में थे नक्सलीः प्रत्यक्षदर्शी मजदूरों ने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए लगभग 10 से 15 की संख्या में नक्सली घटना स्थल पर आए थे. परंतु आसपास के इलाके में टॉर्च तथा अन्य लाइट की रोशनी आ रही थी. जिससे ऐसा लग रहा था कि आसपास बड़ी संख्या में नक्सली जमे हुए हैं. घटना के बाद मजदूर किसी प्रकार जागकर रात बिताई.

लेवी के लिए दिया गया घटना को अंजामः इधर सूत्रों की माने तो नक्सलियों ने इस घटना को लेवी के लिए अंजाम दिया है. सूत्र बताते हैं कि घटना को माओवादियों ने अंजाम दिया है. इस इलाके में अभी भी माओवादियों की चहलकदमी देखी जाती है. अपनी उपस्थिति को दर्ज कराने के लिए माओवादियों ने इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया है. हालांकि पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है, जल्द ही इसका खुलासा भी हो जाएगा.

कमजोर होते माओवादियों ने दिखाई ताकतः पुलिसिया अभियान के बाद कमजोर हो चुके माओवादियों ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति का अहसास कराया है. बताते चलें कि यह इलाका पूर्व में माओवादियों का गढ़ हुआ करता था. उनके आदेश के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता था. परंतु पुलिस के द्वारा चलाए गए लगातार अभियान के बाद माओवादी काफी कमजोर हो गए. परंतु इस प्रकार की घटना को अंजाम देकर माओवादी अपनी उपस्थिति को भी दर्ज कराते रहते हैं.

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