लातेहारः लॉकडाउन के कारण सुनसान पड़े गांव और जंगल का फायदा असामाजिक तत्व उठा रहे हैं. परंतु महुआडांड़ वन क्षेत्र के जंगल में जंगली जानवर का शिकार करने आना शिकारियों के लिए महंगा साबित हो गया. वन कर्मियों और वन समिति के सदस्यों की तत्परता से एक शिकारी पकड़ा गया. उसके पास से दो देसी बंदूक और गोली भी बरामद हुई है.
दरअसल महुआडांड़ वन क्षेत्र के सिरसी इलाके में सात शिकारी बंदूक और गोली के साथ जंगली जानवर का शिकार करने आए थे. परंतु इसकी भनक वन सुरक्षा समिति के सदस्यों को लग गई. सदस्यों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग के पदाधिकारियों को दी और वन कर्मियों के साथ वन समिति के सदस्यों ने संयुक्त रूप से शिकारियों के खिलाफ छापामारी आरंभ की . रेंजर वृंदा पांडे ने बताया कि ग्रामीणों और वन कर्मियों को आता देख सभी शिकारी भागने लगे. जिसमें एक को ग्रामीणों ने खदेड़ कर पकड़ लिया. भागने के क्रम में शिकारियों ने अपने बंदूक भी वहीं छोड़ गए. जिसे वन कर्मियों ने जब्त कर लिया. गिरफ्तार शिकारी का नाम निकोलस कुजूर है. यह नेतरहाट थाना क्षेत्र का रहने वाला है.
गिरफ्तार शिकारी ने बताया अन्य साथियों का नाम
वन कर्मियों के गिरफ्त में आया शिकारी ने पूछताछ के क्रम में अपने अन्य साथियों का नाम भी बताया है. इनमें बीजू बिरिजिया, करलूस कुजुर, एनोस लकड़ा, रिमिस कुजुर, तितमून लकड़ा और जेवियर लकड़ा शामिल थे. सभी नेतरहाट थाना क्षेत्र के एगु गांव के रहने वाले हैं. गिरफ्तार शिकारी के पास से दो देसी बंदूक के अलावे गोली तथा अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं. आरोपी को जेल भेज दिया गया.